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पंजीयन कराया नजदीक में, धान बेचने 30 किलोमीटर दूर जोड़ दिया नाम
डिजिटल डेस्क कटनी । धान उपार्जन के लिए पंजीयन कराने वाले किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पंजीयन में जहां जिले के 163 गांवों के किसानों का नाम गायब है, वहीं सिंचित, असिंचित और पड़त ने किसानों को मुसीबत में पहले से ही डाल रखा है। अब किसानों के सामने खरीदी केन्द्र ही बदलने से नई परेशानी खड़ी हो गई है। ऐसे भी किसानों के नाम सामने आए हैं जिन्हे अपने नजदीकी केन्द्र के बजाय 30 किलोमीटर दूर धान का विक्रय करना पड़ेगा।
कन्हवारा में पंजीयन, पहाड़ी में होगी खरीदी
विजयराघवगढ़ तहसील के ग्राम डिडवारा के किसानों ने सहकारी समिति कन्हवारा में पंजीयन कराया था पर उनका नाम पहाड़ी केन्द्र में जुड़ गया। डिडवारा निवासी बबलू सिंह, दीपक सिंह, लल्ला बर्मन, रुद्रप्रतापसिंह, राजाराम दाहिया, लखन दाहिया आदि के अनुसार यदि संशोधन नहीं होता है तो यहां के 50 से अधिक किसानों को धान का विक्रय करने तीस किलोमीटर दूर पहाड़ी जाना पड़ेगा।
पूर्व विधायक के पुत्र भी परेशान,11 किमी दूर नाम
धान के पंजीयन में सामने आ रही गड़बडिय़ों में आम किसान ही नहीं जनप्रतिनिधि भी परेशान हैं। पूर्व विधायक ध्रुवप्रताप सिंह के पुत्र अरुणेश सिंह ने विजयराघवगढ़ में पंजीयन कराया था लेकिन उनका नाम 11 किलोमीटर दूर सिनगौड़ी खरीदी केन्द्र में जोड़ दिया गया।
20 किमी दूर खरीदी केन्द्र का विरोध
रीठी एवं आसपास के किसानों ने तहसीलदार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर 20 किलोमीटर दूर वेयर हाउस में वेयरहाउस में धान खरीदी केन्द्र बनाने का विरोध किया है। ज्ञापन में कहा गया है कि पहले रीठी में ही किसान धान का विक्रय करते थे लेकिन इस बार रुचि वेयर हाउस में धान खरीदी की जा रही है जो यहां से 20 किलोमीटर दूर है। किसानों ने रीठी में ही खरीदी केन्द्र यथावत रखने की मांग की है। सौंपने के दौरान मयंक कंदेले, नर्मदा सोनी, विनीत गुप्ता, राशू कंदेले, विजय छोटू रैकवार, सुरेंद्र साहू, रीतेश तिवारी, अदीश जैन, धनीराम, उदयभान, पलाश जैन, प्रतिपाल सिंह, आकाश जैन, प्रथम दुबे आदि की उपस्थिति रही।
8 किलोमीटर दूर जोड़ दिया नाम
रीठी तहसील के ग्राम तिघराकला के किसानों को भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां के भारत लोधी, हरिलाल, रामराम, सुरेश यादव, हल्केराम लोधी सहित अनेक किसानों ने जनसुनवाई में की गई लिखित शिकायत में बताया कि उन्होने बडग़ांव खरीदी केन्द्र में पंजीयन कराया था। तिघराकला की बडग़ांव दूरी मात्र एक किलोमीटर है लेकिन यहां के सभी किसानों को बकलेहटा खरीदी केन्द्र में जोड़ दिया गया। बकलेहटा के रास्ते में रेलवे का अंडरब्रिज पार करना पड़ता है और यहां से धान के ट्रैक्टर निकलना मुश्किल है। किसानों ने उनकी खरीदी केन्द्र बडग़ांव करने की मांग प्रशासन से की है।
इनका कहना है
किसानों का नाम अन्य केन्द्रों में एनआईसी भोपाल से ही ट्रांसफर किए गए हैं। प्रत्येक केन्द्र में 750 पंजीयन की लिमिट तय करने से ऐसी स्थिति
बनी है। इस बारे में शासन को पत्राचार किया गया है।
- के.एस. भदौरिया, सहायक आपूर्ति अधिकारी
Created On :   16 Dec 2019 2:52 PM IST