इस अद्भुत सरोवर में पानी कम होते ही दिखने लगा सास-बहू कुआं

Saas-bahu well appeard after water decresed in the amazing Lonar lake
इस अद्भुत सरोवर में पानी कम होते ही दिखने लगा सास-बहू कुआं
इस अद्भुत सरोवर में पानी कम होते ही दिखने लगा सास-बहू कुआं

डिजिटल डेस्क,लोणार। विदर्भ का अद्भुत लोणार सरोवर अपनी अनेक खूबियों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से पड़ रही बेतहाशा गर्मी के चलते  इस विश्व पर्यटन केंद्र लोणार सरोवर का जल स्तर तेजी से कम होने लगा है जिसके कारण लगभग 19 वर्षो से पानी में डूबा सास-बहू नामक कुआं दिखाई देने लगा है। इस अद्भुत नजारे को देखने हजारों की तादाद में पर्यटक व सरकारी अधिकारी व कर्मचारी लोणार सरोवर झील का आनंद लेते दिखाई दे रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 5 सालों में लोणार झील के पानी का स्तर बहुत कम होता हुआ दिखाई दिया। 

19 साल बाद पानी हुआ इतना कम 
स्थानीय नागरिकों के अनुसार कुछ वर्षो से बारिश कम होने के कारण झील के पानी में कमी आई है। पानी कम होने के  कारण ही सास - बहू नामक कुआं 19 साल बाद दिखाई दे रहा है। बढ़ते तापमान व बारिश की कमी के कारण बीते 5 वर्षों में झील का पानी  करीब 40 फीट कम हुआ है।  ऐतिहासिक, वैज्ञानिक व पौराणिक इन तीनों के संगम का प्रतीक विश्व पर्यटन केंद्र लोणार सरोवर झील का आनंद लेने हजारों पर्यटक रोजाना लोणार सरोवर आते हैं। इसी लोणार झील में विगत 19 सालों से छिपे सास बहू नामक कुएं का नजारा देखा गया। 

उल्का पिंड से निर्मित  
लोनार झील महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा ज़िले में स्थित एक खारे पानी की झील है। यह आकाशीय उल्का पिंड की टक्कर से निर्मित पहली झील है। इसका खारा पानी इस बात का प्रतीक है कि कभी यहां समुद्र था। इसके बनते वक्त क़रीब दस लाख टन के उल्का पिंड की टकराहट हुई। क़रीब 1.8 किलोमीटर व्यास की इस उल्कीय झील की गहराई लगभग पांच सौ मीटर है। आज भी वैज्ञानिकों में इस विषय पर गहन शोध जारी है कि लोनार में जो टक्कर हुई,वो उल्का पिंड और पृथ्वी के बीच हुई या फिर कोई ग्रह पृथ्वी से टकराया था।

तीन हिस्सों में टूटा था उल्कापिंड  
पृथ्वी से टकराने के बाद उल्कापिंड तीन हिस्सों में टूट चुका था और उसने लोनार के अलावा अन्य दो जगहों  पर भी झील बना दी, हालांकि अब यह झीलें पूरी तरह सूख चुकी है।

12 वर्ष पूर्व हुई थी अजीब हलचल 
लगभग वर्ष 2006 के आस पास लोनर झील में अजीब-सी चीज़ देखने को मिली, झील का पानी अचानक वाष्पीकृत होकर समाप्त हो गया। गांव वालों ने पानी की जगह झील में नमक और अन्य खनिजों के छोटे-बड़े चमकते हुए क्रिस्टल देखे थे। 

Created On :   2 May 2018 5:47 AM GMT

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