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राज्यमंत्री संजय पाठक को क्यों आया गुस्सा, जानिए वजह ?
डिजिटल डेस्क,कटनी। कलेक्ट्रेट में किसानों को अल्पवर्षा के कारण खेतों में सिंचाई और बिजली की समस्या को लेकर आयोजित बैठक में राज्यमंत्री सजय पाठक भड़क गए। संजय पाठक ने बिजली अफसरों को खराब ट्रांसफार्मर की गलत जानकारी देने पर फटकार लगाई। उन्होंने एसई को जानकारी अपडेट करने के साथ गलत फीडबैक देने वाले अमले के खिलाफ 31 अगस्त तक एक्शन लेने की कड़ी हिदायत दी है।
दरअसल मीटिंग में एसई ने विजयराघवगढ़ विधानसभा में 30 ट्रांसफार्मर खराब होने की जानकारी दी थी। राज्यमंत्री ने खुद की सूची से एसई की दी जानकारी को चैक करने के बाद फटकार लगाई। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 62 ट्रांसफार्मर खराब हैं। उन्होंने कहा कि एसई खुद की जानकारी को दुरुस्त कर लें। इतना ही नहीं मंत्री ने एसई को सूची देते हुए जले ट्रांसफार्मरों को तत्काल बदलने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान राज्यमंत्री ने विद्युत मंडल के अधिकारियों को आम लोगों से व्यवहारिक संवाद करने की भी कड़ी हिदायत दी है। राज्यमंत्री ने कहा कि आम लोगों और किसानों के साथ बिजली कंपनी के कर्मचारियों और अधिकारियों की बदसलूकी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
समीक्षा बैठक के दौरान जिले में 6837 ट्रांसफार्मर में से 30 ट्रांसफार्मर खराब होने की जानकारी देकर अधीक्षण यंत्री राज्यमंत्री की रडार में आ गए। कागजी आंकड़ों की जानकारी में बाजीगरी को पकड़ते हुए राज्यमंत्री ने एसई की मीटिंग में जमकर क्लास ली। मीटिंग में राज्यमंत्री के तीखे तेवर देखकर बिजली अफसर सहम गए। राज्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि भविष्य में यदि गुमराह करने की कोशिश की गई तो अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा। इस दौरान कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने जिले के विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्र में ओवरलोडेड और खराब ट्रांसफार्मर की सूची बिजली विभाग के अफसरों को भेजने की अपील की है।
कलेक्टर के संज्ञान में ही लाकर छोड़ें पानी
अल्पवर्षा और किसानों को हो रही समस्या को लेकर आयोजित बैठक में ईई डब्ल्यूआरडी को राज्यमंत्री पाठक ने ज्यादा आवश्यकता होने पर ही नहरों में पानी छोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नहरों में पानी कलेक्टर के संज्ञान में लाकर ही छोड़ें। राज्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को गांव-गांव में बने स्टॉप डैम में गेट बंद कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्टॉपडैम के गेट प्राथमिकता पर बंद कराएं। ताकि जल संरक्षित हो सके। राज्यमंत्री ने मीटिंग के दौरान किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली मुहैया करने के लिए अफसरों को निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने विद्युत विभाग, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से चर्चा कर योजनाओं की समीक्षा की है।
Created On :   25 Aug 2017 9:19 AM IST