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सेहरा भी नहीं उतरा था, बेटे की अर्थी उठी, शादी की खुशियां मातम में बदलीं
डिजिटल डेस्क स्लीमनाबाद/कटनी। ससुराल पहुंची नववधु की मांग में एक दिन भी सिंदूर नहीं लगा रह सका। करंट ने उसका सुहाग ही उजाड़ दिया। घटना स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम पडऱभटा की है। पडऱभटा में शुक्रवार को करंट से प्रहलाद पटेल की मौत ने नवविवाहिता को जिंदगी भर का दर्द दे दिया। जिस घर में सुबह डोली में सवार होकर बहू आई थी, शाम को उसी घर में बेटे की अर्थी उठने की घटना ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। युवक की बारात शुक्रवार सुबह ही ग्राम सुपेली बहोरीबंद से वापस आई थी। घटना की सूचना मिलते ही गांव में शोक का माहौल निर्मित हो गया। वधु पक्ष के लोग भी देर रात गांव पहुंच गए थे। मृतक के परिजनों और नवविवाहिता का रो-रोकर बुरा हाल बुरा हाल था। प्राप्त जानकारी के अनुसार पडऱभटा निवासी प्रहलाद पटेल का विवाह बहोरीबंद के ग्राम सुपेली के कैलाश पटेल की पुत्री सीमा के साथ हुआ था। 10 दिसम्बर को बारात सुपेली गई थी। सीमा पटेल को विदा कराकर बारात शुक्रवार दोपहर गांव लौटी थी।
एक झटके में सबकुछ छिन गया-
इस संबंध में मृतक के भाई अंगद ने बताया कि शाम को घर में हंसी-खुशी का माहौल था। बारात लौटने के बाद रस्में निभाई जा रही थीं। शाम पांच बजे अचानक घर की लाइट बंद हो गई। नवविवाहित युवक ने लाईट सुधारने का प्रयास किया। इसी दौरान वह करंट की चपेट में आ गया था। करंट लगते ही अचेत होकर होकर जमीन पर गिर गया। उसे तुरंत स्लीमनाबाद अस्पताल ले गए, जहां उपरीक्षण उपरांत चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
खुशियों की जगह पसरा मातम दो दिनों से पटेल परिवार के साथ गांव में विवाह की खुशियां बिखरी थीं। बाजे-गाजे और मंगल गान का माहौल था। वहीं युवक की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम छा गया। हर कोई इस घटना को सुनकर हतप्रभ था। मृतक के पिता राममिलन का कहना था कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा दिन भी देखना पड़ेगा। शनिवार दोपहर गमगीन माहौल में गांव के ही मुक्तिधाम में युवक का अंतिम संस्कार कराया गया। जिसमें बड़ी संख्या में पडऱभटा गांव के साथ ही आसपास के ग्रामीण और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे।
Created On :   13 Dec 2020 9:18 PM IST