नोटबंदी से देश में देह व्यापार कम हुआ : रविशंकर प्रसाद

Sex trade decreases in country after the note ban : Ravi Shakar
नोटबंदी से देश में देह व्यापार कम हुआ : रविशंकर प्रसाद
नोटबंदी से देश में देह व्यापार कम हुआ : रविशंकर प्रसाद

डिजिटल डेस्क भोपाल। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को नोटबंदी का एक अनोखा फायदा बताया। नोटबंदी दिवस की पूर्व संध्या पर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एमपी के प्रदेश बीजेपी कार्यालय में कहा कि नोटबंदी से देश में देह व्यापार कम हुआ है। उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय के पास इसके आंकड़ें हैं क्योंकि देह व्यापार में बिचौलिए जो नकद राशि लेते थे वह डिजिटल पेमेंट के कारण बंद हो गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही नोटबंदी से देश को कश्मीर में पत्थरबाजी और नक्सली घटनाएं कम होने के फायदे के साथ यह भी लाभ मिला है।

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि नोटबंदी देश को ईमानदार बनाने की राह पर ले जाना है। यही कारण है कि अब नई दिल्ली में लाबिंस्टों एवं बिचौलियों का बाजार खत्म हो गया है। नोटबंदी का नकारात्मक पहलू सिर्फ एडजस्टमेंट का है जिसे लोग कर लेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ईमानदारी से चिढ़ है इसलिए वह काला दिवस मना रही है। 

सर्वानुमति होगी तो बलात्कार में फांसी की सजा 
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भोपाल में गैंगरेप की घटना पर सरकार ने कार्रवाई की है, सभी आरोपियों को पकड़ा है। आईजी स्तर तक के अधिकारी को हटाया है। उन्होंने कहा कि बलात्कारी को फांसी की सजा का प्रावधान करने में केंद्र सरकार को कोई दिक्कत नहीं है, बस सभी दलों और राज्यों की सहमति होनी चाहिए। शराब बंदी और संपत्ति को आधार से जोड़ने का मामला प्रसाद ने राज्य सरकार का विषय बताया।

लोकपाल कानून विपक्ष के कारण नहीं आया 
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार लोकपाल कानून को अमल में इसलिए नहीं ला पाया कि पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने लोकपाल की नियुक्ति हेतु प्रावधान कर दिया था कि विपक्ष का नेता भी चयन समिति में होगा, लेकिन वर्तमान में कांग्रेस सदस्यों की संख्या विपक्ष का नेता बनने की ही नहीं है इसलिए लोकपाल कानून में संशोधन लया गया है जो अभी संसद की स्थाई समिति में गया हुआ है।

नोटबंदी से यह हुआ 
डेढ़ लाख लोगों ने 5 लाख करोड़ रुपयों के 500 व हजार के नोट जमा कराए। इसकी जांच की जा रही है। 3 लाख 68 हजार करोड़ रुपयों के 23 लाख बैंक खाते संदेहास्पद पाए गए हैं। एक कंपनी ऐसी निकली जिसका नोटबंदी के पहले कोई आर्थिक व्यवहार नहीं था और नोटबंदी के दौरान उसने 2484 करोड़ रुपए बैंक में जमा कराए। नोटबंदी के बाद आयकर का भुगतान 26 प्रतिशत बढ़ा। अब केंद्र डिजिटल पेमेंट के जरिए हितग्राहियों को उसके बैंक खाते में एक हजार रुपए भेजती है तो उसके खाते में एक हजार रुपए ही पहुंचते हैं न कि राजीव गांधी के कथनानुसार मात्र 10 पैसे। नोटबंदी के बाद रोजगार भी बढ़ा है तथा इसका उदाहरण है कि मुद्रा योजना के तहत स्वयं का व्यवसाय करने के लिए बैंकों के माध्यम से मिलने वाले 50 हजार, 5 लाख एवं 10 लाख रुपए के लोन के तहत 8 लाख व्यक्तियों को 8 लाख करोड़ रुपए दिए।

पेराडाईज पेपर्स पर जांच कमेटी गठित
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि पेराडाईज पेपर्स लीक मामले में जांच हेतु केंद्र सरकार ने सीबीडीटी के अंतर्गत एक जांच कमेटी गठित कर दी है।

Created On :   7 Nov 2017 6:38 PM IST

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