खासतौर से डीआईजी अरविंद सक्सेना और सीईओ जिला पंचायत आदित्य सिंह सहित इटारसी के टीआई दिनेश सिंह चौहान जब कंटेनमेंट जोन का मुआयना कर रहे थे। उस दौरान वे पंजाबी मोहल्ला भी गए, जहां कई वॉलंटियर्स सेवा में जुटे दिखे, सभी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए गुरु नानक पात्शाह के संदेश "वंड छको" (मिल बांट के खाओ) को अमली जामा पहना रहे थे।
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- Sikh volunteers given daily feed to 3000 needy people, appreciated by administration
दैनिक भास्कर हिंदी: सिख वॉलंटियर्स हर दिन तीन हजार जरूरतमंदों को खिला रहे लंगर, प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा - थैंक्स फॉर हैल्प
डिजिटल डेस्क, इटारसी। लॉकडाउन के कारण मजदूर वर्ग के सामने दो वक्त की रोटी का सवाल खड़ा हो गया, लेकिन यह भी सच है कि गुरु नानक पात्शाह का लंगर किसी को भूखे पेट सोने नहीं देगा। गुरु नानक पात्शाह की इसी सीख का संदेश लिए प्रदेश के सबसे बड़े जंक्शन की सचखंड लंगर सेवा समिति रोजाना खाने के तीन हजार पैकेट बांट रही है, जब्कि पिछले सप्ताह इसकी संख्या 1600 के करीब थी। जैसी ही इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को लगी, उन्होंने सचखंड लंगर सेवा समिति के वॉलंटियर्स से मुलाकात कर उनका धन्यवाद किया।


डीआईजी अरविंद सक्सेना ने संस्था के जत्थेदार और सेवक सुखजिन्दर सिंह बिन्द्रा (रिंपी) और उनकी पूरी युवा टीम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में निशुल्क भोजन कराना वह भी घर-घर जाकर, ये बहुत कठिन काम है।

युवा सदस्य कमलदीप सिंह ने बताया कि लंगर बनाने के लिए मशीन लगी है, सेवा के दौरान सभी युवा सतनाम- वाहिगुरु का जाप करते हैं। सेवा करने के बाद तसल्ली होती है, जीवन में कुछ अच्छा करने का मौका बार-बार नहीं मिलता, लेकिन जब मौका मिलता है, तो समाज की भलाई के लिए युवाओं को अपना योगदान देना चाहिए, गुरुबाणी यही कहती है कि किसी का बुरा मत करो, "गरीब का मुंह, गुरु की गोलक (दानपेटी) है"। इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है, जहां जरूरी है, वहीं दान करना चाहिए।

समिति के वरिष्ठ सदस्य और समाजसेवी जुझार सिंह का कहना है कि जिस तरह शारीरिक भूख के लिए भोजन की जरूरत होती है, उसी तरह गुरुवाणी आत्मा को स्फूर्ती देती है। बशर्ते वाणी को पढ़ने के बाद उसपर अमल भी करना जरूरी है। उन्होंने अपील की कि जो वॉलंटियर्स सेवा में जुटे हैं, वे अपना और परिवार का भी ध्यान रखें।

सभी युवा साथी अपने-अपने इलाकों में लंगर बांटने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं। सुबह शाम वॉलंटियर्स लंगर बनाने और उसे पैक करने में जुट जाते हैं, सभी मास्क लगा, सैनेटाइज होकर सेवा में अपना हिस्सा दे रहे हैं।

इन युवाओं में जोगिंदर सिंह, नरेंदर सिंह सलूजा, राजन सिंह, सुरजीत सिंह लोहिया, बलजीत सिंह सलूजा, शुभम राजपाल, गोगी सेठी, दयाल सिंह, पप्पू अरोड़ा, सुरिंदर सिंह, राज, राहुल काकड़े, उसमेघ सिंह, प्रभजोत सिंह,रविंदर सिंह और साथी शामिल हैं।

सुखजिन्दर सिंह बिन्द्रा ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे पुलिस जवानों को 200 पैकेट दोनो टाइम खाना भेजा जा रहा है, ताकि उन्हें फील्ड पर परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा बिन्द्रा के घर से रोजाना 400 पैकेट खाना बांटा जा रहा है, जरूरतमंद उनके घर पर आकर भी खाना ले जाते हैं। इस काम में कई लोग राशन पहुंचा संस्था की मदद कर रहे हैं।

फिल्हाल रोजाना अनाज की खपत
सुबह शाम
135 किलो आटा, 150 किलो आटा
40 किलो चावल 50 किलो चावल
रोटी के अलावा दिनभर में डेढ़ क्विंंटल सब्जी बन रही है।

तैयार है खास मेन्यू
उड़द और चने की दाल
बैंगन की सब्जी
सेंव- टमाचर की सब्जी
मिक्स वैज
लौकी
कड़ी, चने की दाल
पुलाव, सलाद और अचार

सभी सब्जियों को अलग-अलग पैक करने के बाद उसे बांटने का काम शुरु होता है। मकसद सिर्फ एक ही है, लॉकडाउन के कारण जरूरतमंदों तक भोजन सीधा पहुंचाया जा सके।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।