एक तरफ जहां कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाना शुरु कर दिया। वहीं सचखंड लंगर सेवा समिति के युवा सदस्यों ने भी अपनी कमर कस ली है। लंगर बनाने की सेवा में पूरे उत्साह से साथ जुटे हैं। पड़ोसी राज्य में लॉकडाउन के कारण हजारों मजदूर फिर अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं। उन्हें भी यहां से निकलते वक्त खाना देने की सेवा का जिम्मा उठाया गया है। संक्रमित मरीजों के परिजन हों या बाहर से आकर यहां फंसे मजदूर और बेसहारा सभी की मदद की जा रही है। इस काम में सुखजिन्दर सिंह बिन्द्रा के साथ ही उनके साथी भी अपना योगदान दे रहे हैं। जिनमें जोगिंदर सिंह खाना सप्लाई कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे स्टेशन पर टीम पहुंच जाती है, जहां उन्हें लंगर दिया जाता है।
- Dainik Bhaskar Hindi
- City
- Sachkhand Seva Samiti again Came in front, started helpline for providing food to needy
दैनिक भास्कर हिंदी: इटारसी की सचखंड सेवा समिति ने संकट में फिर संभाला मोर्चा, जरूरतमंदों तक लंगर पहुंचाने शुरु की हैल्पलाइन
डिजिटल डेस्क, इटारसी। वाहगुरू का जाप करते हुए लंगर तैयार कर रहे यह नौजवान कोई आम नहीं, यह सभी एक खास मकसद से सेवा में जुट गए हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य गुरु नानक पात्शाह के तीन प्रमुख उपदेशों में एक लंगर को जरूरतमंदों तक पहुंचाना है। तो इस मुश्किल वक्त में फिर यह जरूरतमंदों के लिए रहनुमा बनकर खड़े हो गए, नियमों का पालन हो, लोगों की भीड़ ना जुटे और कोई भूखा न रहे इसे लेकर समिति ने हैल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिसपर फोन करते ही लंगर सीधे उनके बताए पते पर पहुंचा दिया जाएगा। संस्था के जत्थेदार और सेवक सुखजिन्दर सिंह बिन्द्रा ने बताया कि 7447425355, 9893941888 और 9713419124 इन नंबरों पर फोन करते ही लंगर की होम डिलीवरी की जाएगी। इस दौरान जरूरतमंदों का पता पूछा जाएगा, इसके बाद उनकी जरूरत के हिसाब से लंगर पार्सल कर घर तक पहुंचा दिया जाएगा।


दुनिया कोरोना जैसे गंभीर संक्रमण के खिलाफ एक जुट होकर लड़ाई लड़ रही है। इस लड़ाई में सिख यूथ सबसे आगे होकर कर्तव्य निभा रहा है। सचखंड लंगर सेवा समिति 13 वर्षोंं से लगातार लंगर की सेवा कर मिसाल बन चुकी है। नांदेड़ गंगानगर एक्सप्रेस में यात्रियों को भोजन कराने के अलावा अब घर घर जाकर भोजन के पैकेट दिए जा रहे हैं। जहां से भी फोन आता है, सदस्य वहां जाकर भोजन के पैकेट या किराना बांट देते हैं।
समिति के वरिष्ठ सदस्य जुझार सिंह ने बताया कि लंगर सभी के लिए होता है। सिख धर्म की प्रमुख शिक्षा में "वंड छको" शब्द का खासा महत्व है। जिसका अर्थ है, मिल बांट कर खाओ। लंगर इसी का व्यवहारिक स्वरूप है। उन्होंने अपील की कि सोवा से साथ युवा अपनी सेहत और परिवारों का भी ख्याल रखें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।