राज्य सरकार ने अश्व प्रजाति के पशु मेले पर प्रतिबंध लगाया

State Government has banned the Horse species animal fair
राज्य सरकार ने अश्व प्रजाति के पशु मेले पर प्रतिबंध लगाया
राज्य सरकार ने अश्व प्रजाति के पशु मेले पर प्रतिबंध लगाया

डिजिटल डेस्क,भोपाल। राज्य सरकार ने अश्व प्रजाति के पशुओं में बढ़ते घातक ग्लैण्डर्स रोग के कारण ग्वालियर के बाद अब भोपाल के पास राजगढ़ जिले की कुरावर नगर परिषद क्षेत्र में भी इन पशुओं की खरीद-फरोख्त हेतु लगने वाले मेले, प्रदर्शनी, खेलकूद, दौड़ एवं एकत्रीकरण पर रोक लगा दी है।

इसके लिए राज्य के पशुपालन विभाग ने केंद्र सरकार के आठ साल पुराने कानून पशुओं में संक्रामक एवं संसर्गजन्य रोगों के नियंत्रण तथा रोकथाम अधिनियम 2009 के तहत कार्रवाई की है। इस संबंध में जारी अधिसूचना में कहा गया है कि कुरावर जिला राजगढ़ में ग्लैण्डर्स रोग के उत्पन्न होने के कारण रोग के बचाव, नियंत्रण एवं उन्मुलन हेतु राज्य सरकार कुरावर नगर परिषद क्षेत्र को अश्व प्रजाति के पशुओं हेतु नियंत्रित क्षेत्र घोषित करती है। परिणाम स्वरुप अश्व प्रजाति के सभी पशुओं का कुरावर नगर परिषद क्षेत्र में आवगमन को प्रतिबंधित करती है। साथ ही इन पशुओं की दौड़, मेले, प्रदर्शनी, खलकूद एवं एकत्रीकरण को प्रतिबंधित करती है।

गौरतलब है कि अश्व प्रजाति के अंतर्गत गधे, घोड़े, खच्चर आदि आते हैं। ग्लैण्डर्स रोग के कारण अश्व प्रजाति के पशुओं के पूरे शरीर में गांठें होने लगती हैं। नाक और मुंह से लगातार पानी बहता रहता है और धीरे-धीरे गांंठें काफी विकराल रुप धारण कर जानलेवा बन जाती हैं। इस दौरान रोगी पशु के सम्पर्क में आने वाला प्रत्येक पशु और इंसान भी इसका शिकार बन जाता है। इसका इलाज काफी मंहगा होता है और 9 माह से लेकर एक साल तक इलाज करना होता है। इसलिए ऐसे रोग से ग्रसित पशु को मारने की सलाह दी जाती है।

मप्र पशुपालन उप संचालक डॉ. एके रामटेके का कहना है कि अश्व प्रजाति के पशुओं में पड़ोसी राज्य राजस्थान में ग्लैण्डर्स रोग काफी फैला हुआ है। इसी कारण पहले ग्वालियर में तथा अब राजगढ़ के कुरावर में इनकी आवाजाही आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है। स्टेण्डर्ड प्रोटोकाल के तहत वहां निरन्तर सेंपल लेने आदि का कार्य किया जाता है। जब सेंपल में रोग की कमी पाई जाती है तब प्रतिबंध खत्म कर दिया जाता है।
 

Created On :   6 Nov 2017 1:17 PM IST

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