चना, मसूर, सरसों की राशि अटकी, गेहूं का भी 31 करोड़ बकाया

The amount of gram, lentil, mustard is outstanding, wheats 31 cr
चना, मसूर, सरसों की राशि अटकी, गेहूं का भी 31 करोड़ बकाया
चना, मसूर, सरसों की राशि अटकी, गेहूं का भी 31 करोड़ बकाया

डिजिटल डेस्क कटनी । समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले किसानों का करोड़ों का भुगतान अटका पड़ा है। इस बार शासन ने चना, मसूर, सरसों की पहली बार समर्थन मूल्य पर खरीदी की है लेकिन पिछले दस दिन से भुगतान नहीं किया गया। वहीं गेहूं बेचने वाले किसानों का भी 31 करोड़ से अधिक भुगतान बकाया है। एक ओर किसानों को समय पर उपज की राशि नहीं मिल रही है तो दूसरी ओर खरीदी केन्द्रों में तुलाई, भराई एवं सिलाई के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। यदि किसानों को अपनी उपज जल्द बेचना है तो उन्हे तुलाई, भराई, सिलाई और पल्लेदारी की राशि का स्वयं भुगतान करना पड़ता है अन्यथा कई दिनों तक भटकने को विवश होते हैं। इतना ही नहीं कई केन्द्रों में किसानों से एक से डेढ़ किलो अनाज प्रति बोरी अधिक लिया जा रहा है। 

खुले आसमान के नीचे पड़ा हजारों बोरी गेहूं 
जिले में गेहूूं खरीदी में अराजकता से किसान परेशान हैं। समय पर तौल नहीं होने से किसानों को केन्द्रों में ही आग बरसाती दोपहर बिताना पड़ रही है और रतजगा करने मजबूर हैं। बरही तहसील के खितौली खरीदी केन्द्र में सैकड़ो बोरी गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है। पल-पल बदलते मौसम से किसानों की धड़कनें बढ़ रही हैं। यहां अभी तक 11 क्विंटल गेहूं की खरीदी हुई है और परिदान 7300 क्विंटल का परिदान हो पाया है। 

एक से डेढ़ किलो अधिक तौल 
खरीदी केन्द्र खितौली आए कई किसानों ने आरोप लगाया कि प्रति बोरी एक से डेढ़ किलो अधिक गेहूं लिया जा रहा है। इसके अलावा तुलाई, सिलाई और पल्लेदारी की राशि किसानों से वसूली जा रही है। केन्द्र प्रभारी विनय सिंह का कहना है कि केन्द्र के बाहर पड़े गेहूं को बारिश से बचाने के लिए त्रिपाल की व्यवस्था की जाएगी। यह स्थिति केवल खितौली की नहीं वरन पूरे जिले के खरीदी केन्द्रों की है। 

दो मई के बाद चना, मसूर, सरसों का नहीं हुआ भुगतान 
जानकारी के अनुसार चना, मसूर, सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए तीन केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से कृषि उपज मंडी कटनी स्थित केन्द्र में एक मई तक खरीदे गए चना एवं दो मई तक खरीदे गए सरसों, मसूर की राशि का ही भुगतान हुआ है। तीनों जिन्सों की  एक करोड़ 89 लाख रूपए की राशि भुगतान किया गया है जबकि अभी ढाई करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान बकाया है। जबकि बरही और उमरियापान खरीदी केन्द्र के किसानों को राशि का भुगतान नहीं किया गया। तीनों केन्द्रों में अब तक 2548 मीट्रिक टन चना, 299.58 मीट्रिक टन सरसों एवं 158.24 मीट्रिक टन मसूर की खरीदी हुई है। 

गेहूं का 30 करोड़ से अधिक बकाया 
जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर जिले के 10735 किसानों से 802265 क्विंटल गेहूं की खरीदी  हो चुकी है। ऋण वसूली के बाद किसानों को शुद्ध देय राशि एक अरब 31 करोड़, 10 लाख, 46404 में से एक अरब, एक करोड़, 58 लाख, 24811 रूपए का भुगतान किया गया है। इस तरह अभी तक 30 करोड़ से अधिक राशि का भुगतान होना है। 

इनका कहना है 
चना, मसूर, सरसों की खरीदी नाफेड द्वारा की जा रही है, मंगलवार तक किसानों के खातों में राशि जारी हो जाएगी। गेहूं की राशि का भुगतान नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा किया जाता है। जितना गेहूं गोदाम तक परिवहन हो रहा है उतने की राशि का भुगतान किया जा रहा है। 
(पी.के.श्रीवास्तव, जिला आपूर्ति अधिकारी कटनी)

Created On :   15 May 2018 2:30 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story