वन अमले की तत्परता से शिकारियों के मंसूबे पर फिरा पानी

The case of Lanjis Newarwahi beat, due to the readiness of the forest staff, the water turned on the intentions of the hunters,
वन अमले की तत्परता से शिकारियों के मंसूबे पर फिरा पानी
लांजी वन अमले की तत्परता से शिकारियों के मंसूबे पर फिरा पानी

  डिजिटल डेस्क लांजी विद्युत करंट से वन्य प्राणियों का शिकार करने से पहले ही वन विभाग की त्वरित कार्रवाई ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। मामला नेवरवाही बीट का है, जहां कुछ लोगों द्वारा शिकार के लिए 11 केवी विद्युत लाइन बिछाई गई थी। मुखबिर से मिली सूचना पर रविवार देर रात पहुंचे वनपरिक्षेत्र अधिकारी शिशुपाल अहिरवार तथा उनकी टीम ने अप्रिय घटना को होने से पहले ही रोक लिया। जानकारी के अनुसार, नेवरवाही बीट अंतर्गत आने बाले वनक्षेत्र से गुजरने वाली 11 केवी विद्युत लाइन, जो नेवरवाही से होकर पुजारीटोला और वर्धा के लिए जाती है, उसके मध्य शिकारियों द्वारा पुजारीटोला ग्राम के समीप जंगल, और राजस्व क्षेत्र में करंट बिछाया गया था। जंगल के रास्ते में विद्युत लाइन के सहारे शिकारियों द्वारा जीआई तार और बांस की खूंटों की सहायता से लगभग 2 से 3 किमी तक लंबा करंट फैलाया गया था। वनपरिक्षेत्र अधिकारी ने लाइनमैन की सहायता से संबंधित विद्युत सप्लाई को बंद करवाया। इस मामले में वन विभाग ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 
आरोपी को पकड़ने करनी पड़ी घेराबंदी 
जानकारी के अनुसार, सर्चिंग के दौरान एक व्यक्ति पुजारीटोला गांव की ओर जंगल के रास्ते से भाग रहा था, तब अमले ने उसकी घेराबंदी कर पकड़ा। इसी दौरान एक अन्य शिकारी महुआ पेड़ के नीचे कंबल ओढ़कर छिपा हुआ था, जिसे पूछताछ के लिए अभिरक्षा में लिया गया। रामचंद्र पिता सूर्यलाल टेकाम निवासी पुजारीटोला तथा मक्खन पिता अमरू सिंह निवासी झाकुरदा (डाबरी) की तलाशी में उनके पास से दो कुल्हाड़ी, थैले में करीब दो किलो जीआई तार और बैठने के लिए तिरपाल मिली। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि अन्य साथियों की सहायता से वन्य प्राणियों के शिकार के लिए करंट फैलाया था और छिपकर वन्य प्राणियों के फंसने का इंतजार कर रहे थे। 
दोनों को भेजा गया जेल
बताया गया कि अपराधियों के विरुद्ध वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2(16) (बी), 9,39,50 और 51 के तहत वन अपराध प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय, लांजी में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल अभिरक्षा में भेजा दिया गया है। उक्त कार्रवाई में संजय सिंह चौहान वनरक्षक, शैलेंद्र रामटेकर वनरक्षक, इलियास खान वनरक्षक, गोविंद ठाकुर वनपाल, रामसखा बैगा वनरक्षक, संतोष सोनवानी वनपाल, देवेंद्र सहारी वनपाल आदि शामिल रहे।

Created On :   25 Jan 2022 12:32 PM IST

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