करेंसी की किल्लत बढ़ी, दवा और राशन के लिए भटक रहे लोग

The currency crises increased, people wandering for medicine and ration
करेंसी की किल्लत बढ़ी, दवा और राशन के लिए भटक रहे लोग
करेंसी की किल्लत बढ़ी, दवा और राशन के लिए भटक रहे लोग

डिजिटल डेस्क कटनी । जिले में पिछले तीन दिन से नोटबंदी जैसे हालात हो गए है। ATM के कैशलेश होने के कारण नागरिक बैंकों का चक्कर लगा रहे है। बैंक में भी रकम न मिलने से लोग बिना कैश के वापस लौट रहे है। ATM में पिछले चार दिन से कैश नहीं है। जिले के 85 ATM शोपीस बनकर रह गए है। वहीं, इस संबंध में लीड बैंक मैनेजर एमएल चोपड़ा ने दावा किया है कि बैक की शाखाओं में कैश की कमी नहीं है। नागरिक शाखा में जाकर कैश ले सकते है। सच्चाई यह है कि ATM के साथ  बैंक शाखाओं में भी कैश की किल्लत है। 

गैप के चलते नहीं पहुंच रहा कैश 
बैंक कर्मियों का कहना है कि गैप के चलते (RBI)रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से करेंसी नहीं भेजी जा रही है। गैप की दिक्कत से ब्रांच और ATM खाली है। बैंक के एक अफसर ने बताया जो पैसा RBI के पास जा रहा है, वह वापस नहीं लौट रहा है। जिसके कारण समस्या गंभीर होती जा रही है। गौरतलब हो कि जिले में विभिन्न बैंको के 85 ATM का संचालन हो रहा है। शहर के करीब 25 ATM एक सप्ताह से पैसा नहीं उगल रहे है। 

बैंक भी मान रहे कैश की कमी 
इस संबंध में बैंक प्रबंधन भी मानते हैं कि वर्तमानम में कैश की कमी बनी हुई है। इसका सबसे प्रमुख कारण RBI से कैश की सप्लाई न हो पाना बताया जा रहा है। जिले के अलावा पड़ोसी जिलों में भी इसी तरह के हालाता बताए जा रहे हैं। अचानक हुए कैश की कमी से शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक लोग कैश के लिए भटकने मजबूर हैं। बैंक प्रबंधनों की मानें तो वर्तमान माह में रबी सीजन की फसल की बिकवाली बढऩे का भी नोटों की कमी माना जा रहा है। 

इस तरह से होती बैकिंग 
बैंक अफसरों ने बताया कि व्यापारी सहित अन्य वर्ग के लोग जब बैंको में पैसा जमा करते है तो वहीं लेनदारों को लौटाया जाता है। जो पैसा बाहर गया है, वह वापस नहीं लौट रहा है। जिसके चलते कैश की किल्लत हो रही है। गौरतलब हो कि कैश की किल्लत नोटबंदी की याद दिला रही है। नोटबंदी के दौरान देश में कैश के लिए आम नागरिकों को बैंको में कई दिन तक लाइन लगानी पड़ती थी। 

आम से लेकर खास तक सभी परेशान 
बैंकों और ATM पर कैश की कमी से शहर से लेकर गांव और आम से लेकर खास तक सभी परेशान नजर आए। व्यापार की भी स्थिति यही बनी रही। ग्रामीण क्षेत्रों रीठी, स्लीमनाबाद, बरही से भी लोग कैश के लिए शहर पहुंचे यहां उन्हें निराशा ही हाथ लगी। 

बैंकों में भी नोटों की कमी 
शहर के खिरहनी ओव्हर ब्रिज समीप दो प्रमुख बैंकों सहित सुभाषा चौक, गर्ग चौराहा, घंटाघर, बरगवां में बैंक के ग्राहक जब कैश निकालने के लिए पहुंचे तो बैंक में छोटे नोटों 10,20,50,100 के साथ ही सिक्कों के उपलब्ध होने की जानकारी मिली। कुछ लोगों ने तो छोटे कैश की गड्डियां ली लेकिन कई लोग सिर्फ बड़े नोटों की डिमांड करते नजर आए। छोटे नोटों और चिल्लर लेनदेन की बात पर कई बार कस्टमर्स और प्रबंधन में वार्ता का भी दौर चला। प्रबंधन के अनुसार पूरे प्रदेश में बड़े नोटों की कमी बनी है। हमारे पास जो भी कैश उपलब्ध है हम देने तैयार हैं।

Created On :   18 April 2018 2:31 PM IST

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