रोहनिया मेें टाइगर का शिकार, दो दिन से पड़ा है शव

The dead body of the tiger was spread in rohaniya village
रोहनिया मेें टाइगर का शिकार, दो दिन से पड़ा है शव
रोहनिया मेें टाइगर का शिकार, दो दिन से पड़ा है शव

डिजिटल डेस्क कटनी । कटनी और जबलपुर जिले की सीमा के रोहनिया गांव में बाघ का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंंच गए हैं। सीमा क्षेत्र को लेकर अधिकारियों में असमंजस की स्थिति है। टाईगर का शव दो-तीन दिन पुराना बताया जा रहा है और शिकार की आशंका जताई जा रही है। टाइगर का शिकार कब और कै से हुआ अभी इस दिशा में जांच प्रारंभ नहीं की जा सकी है । दो जिलों की सीमा होने के कारण अधिकारियों की कोशिश है कि कैसे बाल दूसरे के पाले में फेंक दी जाए । मंगलवार की दोपहर शव पड़े होने की सूचना प्राप्त हुई थी किंतु शाम होने तक शव का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका था ।
मिली जानकारी के अनुसार कटनी जिले के रोहनिया गांव से लगभग सौ मीटर दूर करौंदिया नाला के पास मंगलवार को टाइगर का शव देखा गया। सूचना पर वन विभाग के अधिकारी स्थल पर पहुंचे। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार टाइगर का शव सडऩे लगा है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी मौत दो-तीन दिन पहले हुई है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार जिस स्थान में टाइगर का शव पड़ा है उसकी सीमा को लेकर असमंजस है। रोहनिया गांव से जबलपुर जिले के कुण्डम रेंज की सीमा शुरू होती है। कटनी एवं जबलपुर जिले के अधिकारियों की मौजूृदगी में बाघ के शव का पोस्टमार्टम होगा। वन परिक्षेत्र कटनी के उप वन मंडल अधिकारी गौरव मिश्रा ने रोहनिया गांव के समीप करौंदिया नाला में टाईगर का शव मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि संभवत: वह स्थान जबलपुर जिले के कुण्डम रेंज में आता है। गौरतलब है कि कटनी के जंगलों में टाइगर के शिकार की दुर्घटना में मौत होने  का यह पहला मामल नहीं है । अधिकारियों से जब पोस्टमार्टम के लिए किए जा रहे लेटलतीफी के बारे में जानना चाहा गया तो उन्होंने इस संबंध मेंं कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया ।

 

Created On :   7 Nov 2017 5:46 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story