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ठंड से ठिठुरते लोगों के लिए नगर निगम के पास नहीं है कोई व्यवस्था - आयुक्त ने खींचा हाथ

डिजिटल डेस्क कटनी । शहर में बेसहारा लोगों को सर्दी से बचाने के उपाय अफसरशाही भारी पड़ रहे हैं। रविवार रात ग्यारह बजे उडिय़ा मोहल्ले में ठण्ड से ठिठुरते गरीब को यहां के लोगों ने रैन बसेरा भेजने की कोशिश की। जिसमें नगर निगम के अधिकारियों का लापरवाह रवैया सामने आया। यहां के लोगों ने इसकी जानकारी नगर निगम अध्यक्ष को दी। अध्यक्ष ने जब प्रयास किया तब आयुक्त ने तो उस पुरानी व्यवस्था से ही हाथ खींच लिए, जिस व्यवस्था का पालन का पिछले वर्ष तक होता रहा। तब उक्त व्यक्ति को डॉयल-100 की मदद से रैन बसेरा तक छोड़ा गया।
यह रहा पूरा मामला
उडिय़ा मोहल्ले में रात करीब ग्यारह बजे एक टपरे के नीच एक व्यक्ति बैठा हुआ था। जो ठीक तरह से जवाब नहीं दे पा रहा था। यहां पर से गुजर रहे युवाओं ने जब व्यक्ति को ठिठुरते हुए देखा तो कुछ युवकों ने घर से शाल और स्वेटर लाकर अंजान व्यक्ति को दिए और निगम अध्यक्ष को फोन पर जानकारी दी।
अधिकारियों का जवाब
रैन बसेरा में भेजने के लिए पिछले वर्ष तक चली व्यवस्था का सहारा लिया गया। अध्यक्ष ने इसके लिए नगर निगम के एक कर्मचारी को फोन लगाते हुए वाहन से गरीब को रैन बसेरा छोडऩे की सलाह दी। जिस पर कर्मचारी ने कहा कि इस व्यवस्था के इंचार्ज अधिकारी और कोई हैं। जब इंचार्ज फोन नहीं उठ तो अध्यक्ष ने आयुक्त को फोन लगया। जिस पर आयुक्त का जवाब था कि-नगर निगम में ऐसी कोई व्यवस्था है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
व्यवस्था पर लगाया ग्रहण
नगर निगम के द्वारा ठण्ड के समय यह व्यवस्था की जाती रही कि यदि कहीं पर कोई ठण्ड से ठिठुर रहा है, तो रात में उसे रैन बसेरा तक सुरक्षित तरीके
से पहुंचाने का काम कर्मचारी करें। इसके लिए नगर निगम में लगे वाहनों का उपयोग ही वैकल्पिक व्यवस्था के रुप में किया जाता रहा। रात में सूचना मिलने पर नगर निगम के कर्मचारी उस स्थान में पहुंचते थे और ठण्ड से ठिठुरते व्यक्ति को लाकर रैन बसेरा में सुरक्षित छोड़ते थे। यह व्यवस्था कब बंद हो गई। इस पर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच ही विरोधाभास है।
इनका कहना है
रात में कुछ लोगों ने जानकारी दी थी कि उडिय़ा मोहल्ला में टपरे के नीचे एक अंजान व्यक्ति सर्दी से ठिठुर रहा है। इस संबंध में निगम के कर्मचारी को फोन लगाकर वाहन की व्यवस्था करने को कहा तो कर्मचारी ने किसी अन्य पर जिम्मेदारी छोड़ी। बाद में डॉयल-100 से अंजान व्यक्ति को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया।
- संतोष शुक्ला, निगम अध्यक्ष
नगर निगम में वाहन की व्यवस्था है। इस वाहन से और कई तरह से काम किए जा रहे हैं। अभी वाहन में बैनर नहीं लगा हुआ है। जिसके चलते लोगों को
जानकारी नहीं है।
- महेन्द्र शर्मा, वाहन प्रभारी
Created On :   24 Dec 2019 2:00 PM IST