शहर में खड़े हैं 50 से अधिक जर्जर मकान, नोटिस के बाद भी एक्शन नहीं

The municipal corporation has pointed more than 50 shabby houses
शहर में खड़े हैं 50 से अधिक जर्जर मकान, नोटिस के बाद भी एक्शन नहीं
शहर में खड़े हैं 50 से अधिक जर्जर मकान, नोटिस के बाद भी एक्शन नहीं

डिजिटल डेस्क कटनी। पिछले दिनों शहर में हुई दो घटनाएं हुईं, जिसमें जर्जर मकानों का हिस्सा धराशायी हो गया था। इसे सौभाग्य ही कहा जाएगा कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। शहर में ऐसे 50 से अधिक जीर्ण-शीर्ण मकान हैं, जिन्हे डिस्मेंटल करने नगर निगम नोटिस जारी कर चुका है। नगर निगम भी नोटिस जारी करने के बाद भूल गया। न तो मकान मालिकों को इसकी चिंता है और न ही निगम कोई एक्शन ले रहा है। जिससे ऐसे मकान लोगों के लिए खतरा बने हैं। कुछ मकानों में लोग निवास भी कर रहे हैं। यदि कभी कोई हादसा होता है तो बड़ी जनहानि हो सकती है।

दो मकानों का हिस्सा धराशायी

जानकारी के अनुसार पिछले दिनों दो मकानों का हिस्सा धराशायी हो गया था। इसे ईश्वर की कृपा कहें कि कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि उन मकानों में आज भी लोग निवास कर रहे हैं। वहीं यह भी चर्चा है कि किराएदारों से मकान खाली कराने मकान मालिकों ने स्वयं जर्जर हिस्सा ढहा दिया था, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई।  इन दो मकानों का जर्जर हिस्सा धराशायी होने पर एक बार फिर अप्रिय अनहोनी की लोगों को आशंका होने लगी है। आए दिन विभिन्न स्थानों में होने वाले हादसों को सुनकर ही लोग सिहर उठते हैं पर यहां किसी के कानों में जूं भी नहीं रेंग रही है।

50 से अधिक को दिया नोटिस

नगर निगम ने 50 से अधिक मकान चिन्हित किए हैं जो जीर्ण-शीर्ण हैं। नगर निगम ने मकान मालिकों को नोटिस जारी कर जर्जर मकान डिस्मेंटल करने कहा है। नगर निगम के नोटिसों को मकान मालिकों पर कोई असर नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार नगर निगम ने शहर में 54 जर्जर मकान चिन्हित किए हैं। इनमें से कुछ मकान डिस्मेंटल हो गए हैं और कुछ का प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। ऐसे मकानों की संख्या लगभग सात है। फिर भी 47 मकान तो खतरा बने खड़े हैं।

राहगीरों पर भी   मंडरा रहा खतरा

कई जीर्ण-शीर्ण मकान सड़कों के किनारे खड़े हैं, जिनसे राहगीरों के सिर पर भी खतरा मंडराता रहता है। मिशन चौक के समीप जिस मकान का हिस्सा पिछले दिनों गिरा था वह मुख्य मार्ग एवं भीड़ भाड़ वाले स्थान है। इसी तरह गर्ग चौराहे से खिरहनी फाटक की ओर जाने वाले मार्ग पर ओवर ब्रिज के साइड में भी एक जर्जर मकान है। यहां से भी सुबह से रात तक लोगों का आवागमन होता है। यहां से निकलने वालों को हमेशा इनके धराशायी होने का भय बना रहता है।

: इनका कहना है

हर में 54 जर्जर मकान चिन्हित हैं, इनमें से छह मकान डिस्टमेंट हो चुके हैं और एक का प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। अन्य भी मकान मालिकों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। एक बार फिर नोटिस जारी कर जर्जर मकानों को डिस्मेंटल करने निर्देशित किया जाएगा। यदि कोई हादसा होता है तो संबंधित मकान मालिकों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जाएगा।

- अनिल जायसवाल, प्रभारी भवन निर्माण शाखा

Created On :   7 Feb 2018 12:50 PM IST

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