पात्र को लाभ मिले तभी योजनाओं की सार्थकता है -चिकित्सा मंत्री

The schemes have meaning only when the eligible get benefits - Medical Minister
पात्र को लाभ मिले तभी योजनाओं की सार्थकता है -चिकित्सा मंत्री
पात्र को लाभ मिले तभी योजनाओं की सार्थकता है -चिकित्सा मंत्री

डिजिटल डेस्क, जयपुर। 4 अक्टूबर। जिले के प्रभारी व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राजकीय योजनाओं की सार्थकता तभी है जब उनका लाभ संबंधित पात्र व्यक्तियों को मिल सके। प्रभारी मंत्री के तौर पर पहली बार भीलवाडा आये डॉ. शर्मा ने रविवार को जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही। डॉ. शर्मा ने जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट उनकी सफलता का आयना होता है। इसीलिए अपने विभाग की योजनाओं की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट के साथ पूरी तैयारी करके ही बैठक में आवें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि कोरोना काल में अन्य विभागों की योजनाएं बाधित न हों। उन्होंने चम्बल परियोजना, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, सार्वजनिक निर्माण विभाग, नगर परिषद, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला परिषद, शिक्षा विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, नगर विकास न्यास तथा राज्य सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। बैठक के दौरान जिला कलेक्टर श्री शिवप्रसाद एम नकाते, जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रीति चन्द्रा, सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। अन्य बीमारियों को भी लेकर रहे सजग प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में अन्य गंभीर बीमारियों एवं मौसमी बीमारियों को लेकर सजग रहने की आवश्यकता है। इसके लिए प्रत्येक अस्पताल में समुचित व्यवस्था करने के साथ ही मोबाईल वेन के माध्यम से लोगों को उपचार मुहैय्या कराया जााये। उन्होंने टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करने व विधायक कोष से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मॉडल सीएचसी विकसित करने, विशेष जांचों के लिए स्टॉफ को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिये। शुद्ध के लिये युद्ध के तहत लिये गये नमूनों में से अशुद्ध पाये जाने वाले नमूनों के दुकानदारों पर ठोस कार्यवाही करने के निर्देश दिये। गांवों में शौचालयों की सफाई के लिये कार्मिक नियुक्त करें जिला परिषद की योजनाओं की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने कोरोना काल में प्रवासियों को स्थानीय स्तर पर रोजकार उपलब्ध कराने वाली योजना मनरेगा की जमकर तारीफ की। योजना के तहत भीलवाडा के प्रदेशभर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को भी सराहा। उन्होंने औसत रोजगार दिवस बढाने, औसत भुगतान कायम रखने एवं अनुसूचित जाति, जनजाति के जॉबकार्ड बनाने के लिये विषेष अभियान चलाने के निर्देश दिये। गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित सामुदायिक शौचालयों की साफ-सफाई के लिए नरेगा के माध्यम से सफाई कार्मिक नियुक्त करने को भी कहा। राजकीय विद्यालयों में बालिकाओं के लिये अलग से टॉयलेट की व्यवस्था के निर्देश भी दिये। सिलिकोसिस से बचाव के उपाय हों खान तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि खनन क्षेत्रों में कार्य करने वाले एवं निवासरत लोगों में सिलिकोसिस बीमारी का फैलाव रोकने के प्रयास किये जायें। खान मालिकों को खान मजदूरों की स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था कर इस बीमारी से बचने के उपाय करने को कहा जाये। राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता से कोई भी पीडित वंचित न रहे इसका विशेष ध्यान रखा जाये। दिव्यांगों के लिये विशेष शिविर आयोजित हों दिव्यांगों को कृत्रिम अंग एवं अन्य सहायक उपकरण उपलब्ध कराकर राहत प्रदान करने के लिये विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश प्रभारी मंत्री ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने विधानसभा वार दिव्यांगों के आंकडे एकत्र कर उसी अनुरुप शिविरों की योजना तैयार करने को कहा। उन्होंने पालनहार योजना को निराश्रित बच्चों के लिये वरदान बताते हुए कहा कि एक भी पात्र बालक इस योजना से वंचित नहीं रहना चाहिए। अवैध बजरी खनन व परिवहन को लेकर जताई नाराजगी प्रभारी मंत्री ने जिले में अवैध रुप से बजरी के खनन एवं परिवहन की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बजरी माफिया को हतोत्साहित करने की आवश्यकता है। बनास नदी से लगते पुलिस थानों की विशेष गश्त, खान विभाग की विजिलेंंस टीम की प्रभावी कार्यवाही एवं परिवहन विभाग की ओर से नियमानुसार भारी जुर्माने के माध्यम से बजरी माफिया पर अंकुश लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बजरी माफिया के विकसित होने से ग्रामीण क्षेत्र में अपराधों में बढोतरी होने की शिकायतें प्राप्त हो रही है।

Created On :   5 Oct 2020 4:34 PM IST

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