फेंसिंग में फंसा मिला बाघ का शव, पीएम रिपोर्ट का खुलासा

Tigers Deadbody found in katni district
फेंसिंग में फंसा मिला बाघ का शव, पीएम रिपोर्ट का खुलासा
फेंसिंग में फंसा मिला बाघ का शव, पीएम रिपोर्ट का खुलासा

डिजिटल डेस्क कटनी । बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व से भटक कर आसपास क्षेत्रों में पहुंचने वाले बाघ बेमौत मारे जा रहे हैं। ढाई माह के भीतर कटनी जिले में बाघ की मौत का दूसरा मामला है। मंगलवार को बड़वारा वन परिक्षेत्र के मझगवां बीट में बरही रोड पर एक बाघ का शव मिला।  इसके पहले बड़वारा रेंज के ही रोहनिया में करौंदिया नाला के किनारे करंट लगाकर एक बाघ का शिकार किया जा चुका है। तब 7 नवम्बर को बाघ का शव नाला किनारे देखा गया था। बरही क्षेत्र बांधवगढ़ टाईगर रिवर्ज से सटा होने के कारण इस एरिया में बाघों का मूवमेंट बना रहता है। बरही-खितौला क्षेत्र में आधा दर्जन बाघों का विचरण हो रहा है। कई बार बीच सड़क पर राहगीरों को बाघों की अठखेलियां देखने मिली हैं।
फेंसिंग की तार में उलझा टाईगर-
जानकारी के अनुसार मझगवां बीट के कक्ष क्रमांक 442 में वन विकास निगम की फेंसिंग के पास बाघ का शव गश्ती दल को मिला। वन विभाग के अधिकारी फेंसिंग के तार से उलझकर मौत होना मान रहे हैं। फिर भी पोस्टमार्टम से ही बाघ की मौत का खुलासा होगा। बताया गया है कि बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में कुप्रबंधन के चलते बड़ी संख्या में बाघ पार्क से भाग कर आसपास के क्षेत्रों में धमाचौकड़ी मचा रहे हैं। बांघवगढ़ टाइगर रिजर्व के आसपास पिछले तीन माह में आधा दर्जन बाघों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं।
घटनाओं से नहीं लिया सबक
वन विभाग ने पूर्व में हुई घटनाओं से बाघों को बचाने के लिए कोई सबक नहीं लिया। बताया गया है कि कटनी जिले में साल भर में तीन बाघ काल का ग्रास बन चुके हैं। 7 नवम्बर 2017 को रोहनिया गांव के समीप करोंदिया नाला में बाघ का शव मिला था। तक करंट से शिकार की पुष्टि होने पर एक महिला सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। ढाई माह बाद बड़वारा वन परिक्षेत्र में यह बाघ की मौत की यह दूसरी घटना है। पिछले दिनों बरही के समीप एक साथ दो बाघ सड़क पर लाइव हुए थे। तब भी बाघों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए थे लेकिन वन विभाग ने बाघों के मूवमेंट का कभी गंभीरता से नहीं लिया।

 

Created On :   24 Jan 2018 1:18 PM IST

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