बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में  बाघिन ने चरवाहे पर किया हमला - पालतू भैंसों ने बचाई जान

Tigress attacked shepherd in Bandhavgarh Tiger Reserve - domesticated buffalo saved lives
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में  बाघिन ने चरवाहे पर किया हमला - पालतू भैंसों ने बचाई जान
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में  बाघिन ने चरवाहे पर किया हमला - पालतू भैंसों ने बचाई जान

बाघिन दूसरी बार झपटती, इससे पहले ही 6 भैसों ने घेरा बनाकर बचा ली युवक की जान 
डिजिटल डेस्क उमरिया। बां
धवगढ़ टाइगर रिजर्व में सोमवार को बाघिन के हमले में एक चरवाहा घायल हो गया। बाघिन उस पर दोबारा हमला करती, इससे पहले ही भैंसों का झुंड सक्रिय हो गया और घेरा बनाकर चारों तरफ मंडराने लगा। इसके बाद बाघिन भाग निकली और चरवाहे की जान बच गई। यह घटना पनपथा कोर रेंज की चुंसरा बीट की है। कोठिया पनपथा गांव का 26 वर्षीय लल्लू यादव मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती है। डॉक्टर ने बताया कि उसकी हालत खतरे से बाहर है। कंधे और जबड़े पर नाखून से चोट आई है।
एक पल के लिए बाघिन को सामने देख बंद हो गई थीं आंखें
*रोज की तरह सुबह 6 बजे भैंसों को चराने जंगल गया था। इसके पहले भी मवेशी लेकर कोठिया के इस कच्चे मार्ग से आ चुका था। कभी भी बाघ की आहट नहीं मिली। सोमवार दोपहर करीब 3:30 बजे थे। भैंसों को समीप ही सौसर (वाटर होल) में पानी पिलाकर घर लौट रहा था। तभी अचानक पीछे से बाघिन ने झपट्टा मारा। मैं जमीन पर गिर पड़ा। पंजा मुंह के पास गाल व कंधे में लगा था। खून की धार बहने लगी। आंखें खुलीं तो सामने बाघिन खड़ी थी। दहाड़ते हुए वह गर्दन पर पंजा मारकर मुझे मुंह में दबाने का प्रयास कर थी। एक पल के लिए लगा मेरी मौत सामने है। तभी मेरी 6 भैंसें तेज आवाज करते हुए बीच में आ गईं और बाघिन को घेरने लगीं। करीब 10 मिनट यह घटनाक्रम चला। आखिरकार बाघिन मुझे छोड़कर भाग निकली। मैं खेती किसानी करता हूं और दूध बेचता हूं।
        -जैसा लल्लू यादव ने बताया
 

Created On :   6 April 2021 2:04 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story