फिर क्या हुआ जब गश्तीदल के सामने आया बाघ

when suddenly a tiger came in front of the patrol party
फिर क्या हुआ जब गश्तीदल के सामने आया बाघ
फिर क्या हुआ जब गश्तीदल के सामने आया बाघ

डिजिटल डेस्क कटनी । बड़वारा वनपरिक्षेत्र के मुख्यालय बरही से 10 किलोमीटर की दूरी पर कुआं के जंगल में गश्ती दल के सामने अचानक बाघ आ जाने से कर्मचारी सकपका गए। शाम करीब चार बजे जब वनकर्मियों का दल कुआं वीट के कंपार्टमेंट 421 से गुजर रहा था उसी दौरान वाहन के सामने बाघ पहुंच गया। जिससे एक पल के लिए पूरा दल सकते में आ गया। पहले से बाघ होने की संभावनाओं के कारण उडऩदस्ता दल ने बेहद सतर्कता बरती और वाहन को दूसरी  ओर मोड़कर आगे बढ़ाया। करीब तीन मिनट के वाकये से उडऩदस्ता दल के रोंगटे खड़े हो गए। बाघ को देखने के बाद जब दल फिर आगे बढ़ा तो एक बाघिन भी  झाडिय़ों में छिपी दिखाई दी। चंद कदम की दूरी पर बाघ और बाघिन की मौजूदगी को देखने के बाद उडऩदस्ता दल आगे बढ़ गया। जिसके बाद वन विभाग ने बाघों की सुरक्षा के लिए एहतियातन कदम उठाते हुए लोगो को जंगल की ओर न जाने की सलाह दी है। गा्रमीणों ने बताया कि वन विभाग के उडऩदस्ता दल के द्वारा साफ तौर पर जंगल की ओर न जाने की हिदायत दी गई है। ऐसे में लोगो में अब ओर भी डर गहराने लगा है। कुआं के जंगल में बाघ होने की जानकारी के बाद किसानों के लिए परेशानी और भी बढ़ गई है।
सलैया के जंगल में बाघ का मूवमेंट
कुआं के जंगल में बाघ बाघिन होने के साथ ही 5  किलोमीटर दूर सलैया सिहोरा के जंगल में भी बाघ का मूवमेंट जारी है। पिछले एक सप्ताह से लगातार बाघिन व दो शावकों की चहलकदमी ने ग्रामीणो की नाक में दम कर दिया है। इस बीच अब तक यहां पर एक दर्जन मवेशियों पर बाघ के हमले हो चुके है। पांच किलोमीटर के अंतराल में लगातार बाघ बाघिन और शावको की चहलकदमी ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बनी है। ऐसे में कुआं, सलैया सिहोरा, मचमचा, जाजागढ़, बिचपुरा, झिरिया, सुतरी, बड़ागांव, करौंदी खुर्द और करौदी कला के लोगो के लिए खेतो की ओर जाना भी खतरों भरा साबित हो सकता है। मवेशियों को छोडऩे के बाद शाम को लौटने तक पशुपालक किसान चिंता में डूब रहे है।
रबी की बोवनी पर असर
बाघो की चहलकदमी से करीब एक दर्जन गांवों के किसानों की रबी मौसम की फसलो की बोवनी भी अटक गई है। खेतो की पलोनी और बोवनी की तैयारी करने के बाद बाघ की दहशत में किसानों ने खेतो की ओर जाना तो दूर देखना भी बंद कर दिया है। लोगो को बाघों के जंगल से बांधवगढ़ पार्क प्रबंधन की ओर खदेड़े जाने का इंतजार है। लेकिन फिलहाल ऐसा होता नजर नही आता। उल्टे वन विभाग के दल के द्वारा लोगो को ही जंगल की ओर न जाने की सलाह दी जा रही है। बांधवगढ़ पार्क प्रबंधन के अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। ग्रामीणो की सूचना के बावजूद पार्क प्रबंधन के अधिकारी अब तक सलैया व कुआं जंगल नहीं पहुंचे।
 जंगल में गश्ती के दौरान कुंआ बीट में बाघ व बाघिन देखे जाने के बाद ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से मना किया गया है। जिससे कोई घटना घटित न हो। उडऩदस्ता दल के द्वारा बाघ बाघिन के मूवमेंट पर पैनी नजर रखी जा रही है। वन विभाग द्वारा कुआं के साथ ही सलैया सिहोरा में भी एहतियातन कदम उठाए जा रहे है।
-बी एस चौहान, रेंजर बड़वारा

 

Created On :   25 Nov 2017 1:05 PM IST

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