सावनेर: राममिलन पदयात्रा का किया स्वागत, मध्य प्रदेश से गढ़ मंदिर रामटेक तक यात्रा

राममिलन पदयात्रा का किया स्वागत, मध्य प्रदेश से गढ़ मंदिर रामटेक तक यात्रा
  • मध्यप्रदेश के जामसावली चमत्कारिक हनुमान मंदिर से गढ़ मंदिर रामटेक तक निकली यात्रा
  • शिव मंदिर में भक्तों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत

डिजिटल डेस्क, सावनेर। मध्यप्रदेश के जामसावली स्थित चमत्कारिक हनुमान मंदिर से विधिवत पूजा-अर्चना कर बुधवार को निकली 5 दिवसीय राम मिलन पदयात्रा का छिंदवाड़ा रोड स्थित शिव मंदिर में भक्तों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। सुसज्ज बैलगाड़ी पर बने जामसावली के हनुमानजी की झांकी सावनेर में आगमन होते ही नागपुर जिला शिवसेना प्रमुख उत्तम कापसे, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पवन जैस्वाल, पूर्व नगरसेवक डोमासाव सावजी, व्यापारी संघ के सचिव मनोज बसवार सहित अनेक भक्तों ने विधिवत पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। वहीं पदयात्रा में शामिल भक्तों काे अंगवस्त्र देकर शिव मंदिर परिसर में जलपान की व्यवस्था की गई। पदयात्रा में श्री जामसावली हनुमान मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष चौधरी, हनुमान देवस्थान के पुरोहित तथा सेवाधारी, स्वयंसेवक के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हैं। प्रभु श्रीरामचंद्र के भजन और गीतों पर झूमते नजर आए।

सावनेर में पदयात्रा रथ का आगमन होते ही ‘जय श्रीराम’ ‘पवनसुत हनुमान की जय’ गगनभेदी नारों से परिसर गूंज उठा था। इस अवसर पर सावनेर तहसील मराठी पत्रकार संघ के अध्यक्ष किशोर ढुंढेले, कार्याध्यक्ष दीपक कटारे, सावनेर-कलमेश्वर विधानसभा क्षेत्र युवक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश खंगारे, शहर कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष दिलीप घटे, पूर्व नगरसेवक तेजसिंग सावजी, योगेश पाटील, गोतमारे गुरुकुल शस्त्र व शास्त्र प्रशिक्षण संस्था के भाऊ गोतमारे,एड. शर्मा, विजयसिंह सावजी, सोनू खोजरे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। वही सावनेर थाना अंतर्गत पदयात्रा के समय यातायात सुचारु बनाए रखने के लिए सावनेर के थानेदार रवींद्र मानकर के नेतृत्व में जगह-जगह यातायात कर्मियों ने उपस्थित रहकर सहयोग दिया। पदयात्रा सावनेर से खापा, कोथुर्ना, पारशिवनी, मनसर होते हुए गढ़ मंदिर रामटेक के लिए रवाना हुई।

बसंत पंचमी : श्रीक्षेत्र धापेवाड़ा में उमड़ा जनसैलाब

उधर ब्राह्मणी में विदर्भ का पंढरपुर कहलाने वाले श्रीक्षेत्र धापेवाड़ा में बसंत पंचमी उत्सव में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह कोलबास्वामी महाराज की महापूजा श्री कोलबास्वामी मठ के मठाधीश श्रीहरि वेलेकर महाराज ने संपन्न कराई। पश्चात भक्तों के दर्शनार्थ मठ के दरवाजे खोले गए। महोत्सव में भजन, कीर्तन से सारा परिसर भक्तिमय हो गया। भक्तों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था और पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त रहा। साथ ही सावनेर, कलमेश्वर, नागपुर और गोलीबार चौक से यात्रा विशेष बसों की व्यवस्था की गई। पंढरपुर के विट्ठूराया संत श्री कोलबास्वामी महाराज को दर्शन देने के लिए धापेवाड़ा में उतरे और धापेवाड़ा को प्रति पंढरपुर के नाम से जाना जाने लगा। श्री कोलबास्वामी महाराज ने बसंत पंचमी उत्सव की शुरुआत की थी। तभी से यहां उत्सव प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है। बसंत पंचमी पर आयोजित महाप्रसाद का बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया। महाप्रसाद वितरण के लिए स्थानीय कोलबास्वामी विद्यालय के छात्र और शिक्षकों ने सेवा प्रदान की। यात्रा की सफलता के लिए श्री कोलबास्वामी सेवा ट्रस्ट, लक्ष्मण उमरेडकर, मनोहर पौनिकर, जागेश्वर धकाते, यादव पराते, रूपराव कुंभारे, तुकाराम सुभेदार, रामराव धकाते, हरिश्चंद्र निखारे, अश्विन वेलेकर, रवि निमजे, मनीष बरवड़, महेश निखार, प्रदीप झोड़े, पलाश डेकाटे, अक्षय वेलेकर, अमित केदार, विनोद निमजे, उमेश निमजे आदि प्रयासरत हैं।

Created On :   16 Feb 2024 12:24 PM GMT

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