इस माह में इस विधि से करें भगवान शिव की आराधना, जानें शुभ मुहूर्त

Budh Pradosh Vrat: Worship Lord Shiva like this
इस माह में इस विधि से करें भगवान शिव की आराधना, जानें शुभ मुहूर्त
प्रदोष व्रत  इस माह में इस विधि से करें भगवान शिव की आराधना, जानें शुभ मुहूर्त

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हर माह में आने वाले प्रदोष व्रत को विशेष फलदायी माना जाता है। हर माह में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रियोदशी तिथि को प्रदोष व्रत आता है, जो कि दिन के अनुसार अलग अलग नामों से जाना जाता है। इस माह में प्रदोष व्रत 03 मई, बुधवार को रखा जाएगा। जैसा कि नाम से प्रतीत होता है, इसे बुध प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव की आराधना से सौभाग्य प्राप्त होता है। विवाहित जोड़ों के दाम्पत्य जीवन में सुख-शान्ति रहती है।

ऐसा माना जाता है, कि जो लोग प्रदोष का व्रत रख शाम के समय महादेव की आराधना करते हैं उन्हें सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही सभी दोष मिट जाते हैं आइए जानते हैं बुध प्रदोष व्रत का मुहूर्त और महत्व...

प्रदोष व्रत सामग्री
प्रदोष व्रत पर भगवान की पूजा के लिए सफेद पुष्प, सफेद मिठाइयां, सफेद चंदन, सफेद वस्त्र, जनेउ, जल से भरा हुआ कलश, धूप, दीप, घी,कपूर, बेल-पत्र, अक्षत, गुलाल, मदार के फूल, धतुरा, भांग, हवन सामग्री आदि, आम की लकड़ी की आवश्यकता होती है।

व्रत विधि
बुध प्रदोष व्रत के दिन व्रती को प्रात:काल उठकर नित्य क्रम से निवृत हो स्नान कर शिव जी का पूजन करना चाहिए। पूरे दिन मन ही मन “ॐ नम: शिवाय ” का जप करें। पूरे दिन निराहार रहें। त्रयोदशी के दिन प्रदोष काल में यानी सुर्यास्त से तीन घड़ी पूर्व, शिव जी का पूजन करना चाहिए। प्रदोष व्रत की पूजा संध्या काल 4:30 बजे से लेकर संध्या 7:00 बजे के बीच की जाती है।

संध्या काल में पुन: स्नान कर स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण कर लें। पूजा स्थल अथवा पूजा गृह को शुद्ध कर लें। यदि व्रती चाहे तो शिव मंदिर में भी जा कर पूजा कर सकते हैं। पांच रंगों से रंगोली बनाकर मंडप तैयार करें। पूजन की सभी सामग्री एकत्रित कर लें। कलश अथवा लोटे में शुद्ध जल भर लें। कुश के आसन पर बैठ कर शिव जी की पूजा विधि-विधान से करें। “ऊँ नम: शिवाय ” कहते हुए शिव जी को जल अर्पित करें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।


 

Created On :   2 May 2023 8:21 AM GMT

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