रामलला प्राण प्रतिष्ठा: मैजिक बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज, दुनिया की सबसे बड़ी रामायण लिखने वाले डॉ. अरुण खोबरे

मैजिक बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज, दुनिया की सबसे बड़ी रामायण लिखने वाले डॉ. अरुण खोबरे
  • एक्स्ट्राऑर्डिनरी पर्सनालिटी ऑफ इंडिया - 2023 से हुए सम्मानित
  • भगवान श्रीराम को किया समर्पित
  • 149 दिनों में लिखी तुलसी रामायण

डिजिटल डेस्क,भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, कवि व गिनीज वर्ल्ड रिकार्डधारी डॉ. अरुण खोबरे (अरुण अज्ञानी) को मैजिक बुक ऑफ रिकार्ड हरियाणा द्वारा 'एक्स्ट्राऑर्डिनरी पर्सनालिटी ऑफ इंडिया - 2023' (भारत का असाधारण व्यक्तित्व - 2023) के सम्मान से सम्मानित किया गया है । विश्व की सबसे बड़ी श्रीरामचरित लिखने पर उन्हें सम्मान के रुप में प्रमाण पत्र,स्मृति चिन्ह, मेडल,बैच एवं पेन देकर सम्मानित किया गया । व्यस्तता के कारण वे हरियाणा के समारोह में शामिल नहीं हो सके थे । संस्था द्वारा उन्हें ससम्मान यह खिताब भोपाल भेजा गया।

डॉ. खोबरे ने कहा कि उनके लिए यह परम सौभाग्य का दिन है कि उन्हें यह सम्मान उस पवित्र माह जनवरी में मिला है जब अयोध्या में प्रभु श्रीरामचन्द्र जी विराजमान हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि वे इस सम्मान को पूरी विनम्रता एवं श्रृद्धाभाव के साथ पवित्र मन से भगवान श्रीराम को समर्पित करते हैं । डॉ. खोबरे ने कहा 149 दिनों तक उन्होंने भगवान राम का सुमिरन करते हुए कैसे-कैसे गोस्वामी तुलसीकृत श्रीरामचरित मानस लिख डाला, उन्हें स्वयं नहीं पता है । उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि रामजी ने ही लिखवाया है वे तो निमित्त मात्र हैं, इसमें उनका किंचित मात्र भी योगदान नहीं है । डॉ. अरुण खोबरे ने कहा कि रामभक्त अजर अमर हनुमान जी की प्रेरणा से प्रभु श्रीराम ने मुझे इस कलयुग में ऐसा सौभाग्य प्रदान कर दिया है कि कलयुग में मेरा जन्म सफल हो गया है ।

उल्लेखनीय है कि छिंदवाड़ा के ग्राम बदनूर में जन्मे डॉ. अरुण खोबरे (अरुण अज्ञानी) का नाम इससे पूर्व ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड, भारत वर्ल्ड रिकार्ड, ग्लोबल गोल्ड टेलेंट बुक ऑफ रिकार्ड, वंडर बुक ऑफ रिकार्ड, रॉयल सक्सेस इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हो चुका है। उन्हें विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक एवं कई सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाएं आदि भी सम्मानित कर चुकी हैं । डॉ खोबरे को अब तक तीन दर्जन से ज्यादा राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।

Created On :   22 Jan 2024 10:21 AM GMT

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