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Research Writing Workshop: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में आईसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज (एजीयू) द्वारा दो दिवसीय शोध कार्यशाला का सफल आयोजन संपन्न

भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल में आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज (एजीयू) के सभी विश्वविद्यालयों द्वारा दो दिवसीय “शोध परियोजना लेखन” कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, कुलाधिपति, स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी एवं डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, निदेशक, आईसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज (एजीयू) विशेष रूप से उपस्थित थे। इस कार्यशाला का समन्वयन डॉ. रचना चतुर्वेदी, निदेशक, कोर रिसर्च एंड इनोवेशन ग्रुप (CRIG) एजीयू और डॉ. दिनेश कुमार सोनी के सहयोग से किया गया।
इस अवसर पर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि अनुसंधान किसी भी विश्वविद्यालय की प्रगति का आधार होता है। इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल शोध की गुणवत्ता बढ़ाती हैं, बल्कि शिक्षकों और शोधार्थियों को नवीनतम तकनीकों से भी परिचित कराती हैं। वहीं डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हमारा प्रयास है कि आईसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज के सभी विश्वविद्यालयों में शोध-संस्कृति को मजबूती मिले। यह कार्यशाला उसी दिशा में एक सशक्त कदम है, जिससे हमारे शोधार्थी वैश्विक मानकों के अनुरूप शोध कर सकें।
कार्यशाला के प्रमुख सत्रों में जेनरेटिव एआई और अनुसंधान सहायक डिजिटल उपकरणों का प्रयोग, संरचित प्रस्ताव लेखन तकनीक, “आईसेक्ट गुरु” जैसे संस्थागत अनुसंधान समर्थन मंच तथा अंतर्विषयी एवं उद्योग-उन्मुख अनुसंधान हेतु सहयोगात्मक मॉडल जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया गया। वक्ताओं ने बताया कि इन तकनीकों और दृष्टिकोणों के माध्यम से शोध की गुणवत्ता, प्रासंगिकता और सामाजिक प्रभाव को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाया जा सकता है।
इस वर्ष आयोजित आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज की वार्षिक शोध कॉन्फ्रेंस "शोध शिखर" में शामिल शोधार्थियों के शोध पत्रों का संग्रह छह खंडों में पुस्तक रूप में संकलित कर प्रकाशित किया गया है। यह संग्रह आईसेक्ट समूह की शैक्षणिक जीवंतता और बौद्धिक योगदान का प्रतीक है।
इस कार्यशाला के माध्यम से आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज ने शोध-संवर्धन के प्रति अपनी सतत प्रतिबद्धता को पुनः दर्शाया है, जो न केवल राष्ट्रीय शैक्षणिक प्राथमिकताओं बल्कि वैश्विक शोध मानकों के अनुरूप है। प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी और उत्साह इस बात का प्रमाण है कि निकट भविष्य में एजीयू से कई प्रभावशाली शैक्षणिक और शोध उपलब्धियाँ सामने आएंगी।
Created On :   31 July 2025 3:08 PM IST