शोक: दिग्गज बंगाली एक्टर सौमित्र चटर्जी का 85 की उम्र में निधन, पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
- दिग्गज बंगाली एक्टर सौमित्र चटर्जी का रविवार को 85 वर्ष की उम्र में निधन
- सौमित्र को करीब एक महीने पहले कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था
डिजिटल डेस्क। दिग्गज बंगाली एक्टर सौमित्र चटर्जी का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और कोलकाता के अस्पताल में भर्ती थे। सौमित्र चटर्जी को करीब एक महीने पहले कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें ठीक करने की काफी कोशिशें की। लेकिन सौमित्र चटर्जी की हालत दिनों दिन खराब हो रही थी। एक्टर को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था, वे इलाज का रिस्पॉन्स नहीं कर रहे थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है।
श्री सौमित्र चटर्जी का निधन विश्व सिनेमा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और पूरे देश के सांस्कृतिक जीवन के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके निधन से अत्यंत दुख हुआ है। परिजनों और प्रशंसकों के लिए मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2020
Soumitra Chatterjee’s performances won him several national and international awards including Dadasaheb Phalke Award, Padma Bhushan and Légion d’Honneur. Condolences to his family, the film fraternity and millions of fans across the world.
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2020
सौमित्र चटर्जी के दुनिया को अलविदा कह जाने से उनके फैंस और सेलेब्स को बड़ा झटका लगा है। सोशल मीडिया पर सौमित्र चटर्जी को याद कर फैंस उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। बता दें, सौमित्र चटर्जी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद 6 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना से तो वे ठीक हो गए थे, लेकिन कोविड एन्सेफैलोपैथी की वजह से उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ा था। न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम पिछले 40 दिनों में सौमित्र चटर्जी के स्वास्थ्य को फिर से पटरी पर लाने का प्रयास कर रही थी। लेकिन कोई भी कोशिश सफल नहीं हो पा रही थी।
सौमित्र चटर्जी बांग्ला सिनेमा की बड़ी शख्सियत थे। उन्होंने 1959 में फिल्म "अपुर संसार" से अपने करियर की शुरुआत की थी। सौमित्र ने ऑस्कर विनिंग डायरेक्टर सत्यजीत रे के साथ 14 फिल्मों में काम किया था। उन्होंने अपने करियर में करीब 100 फिल्मों में काम किया है, जिनमें दो हिंदी फिल्में "निरुपमा" और "हिंदुस्तानी सिपाही" भी शामिल हैं। उन्होंने हिंदी में "स्त्री का पत्र" नाम से फिल्म डायरेक्ट भी की है। सौमित्र पहले भारतीय थे, जिन्हें किसी कलाकार को दिए जाने वाला फ्रांस का सबसे बड़ा अवॉर्ड दिया गया था। उन्होंने दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। उन्हें 3 बार नेशनल अवॉर्ड भी मिला था। इसके अलावा वे संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड, 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड के साथ पद्म भूषण से भी सम्मनित किए गए थे।
Created On :   15 Nov 2020 1:13 PM IST