सांप के जहर का नशा: कैसे होता है सांप के जहर से नशा? जिसके आरोप में घिरे हैं मशहूर यू ट्यूबर एल्विश यादव

कैसे होता है सांप के जहर से नशा? जिसके आरोप में घिरे हैं मशहूर यू ट्यूबर एल्विश यादव
  • सांप तस्करी मामले में मशहूर यू ट्यूबर एल्विश यादव का नाम आया सामने
  • जानिए कैसे होता है सांप के जहर से नशा?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूट्यूबर एल्विश यादव एक बार फिर सुर्खियों में छाए हुए हैं। एल्विश पर गैर कानूनी तरीके से रेव पार्टी का कराने और उन पर इस तरह की पार्टीयों में सांपों की सप्लाई करने का आरोप लगा है। पुलिस ने एल्विश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हाल ही में नोएडा के पीएफए ने सेक्टर 49 में रेड डालकर कोबरा सांप और दूसरे सांपो का जहर बरामद किया है। इस खबर के सामने आने के बाद से ही लोगों के मन में कई सवाल हैं कि, रेव पार्टियों में स्नेक से कैसे नशा किया जाता है? स्नेक बाइट क्या होता है?

देश के कई महानगरों में नशे की लत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इंडियन जर्नल ऑफ मेंटल हेल्थ के मुताबिक नशे के आदी लोग रेव पार्टियों में सीधे सांप से कटवाने के लिए पहुंच जाते हैं। वैसे तो सांप का जहर काफी जहरीला माना जाता है। हमारे देश में अभी तक केवल इस तरह के 4 मामले सामने आए है। हालांकि भारत में कोबरा के जहर का इस्तेमाल पारंपरिक भारतीय और चीनी चिकित्सा में सदियों से किया जा रहा है। ऐसे हम आपको दो मरीजों को बारे में बताने जा रहें है जिन्होंने रेव पार्टियों में सांप काटने की शिकायत की है।

केस1-

मुंबई में रहने वाला 22 वर्षीय लड़का जो एक प्राइवेट अस्पताल में वार्ड बॉय के रूप में काम करता था। उसके पिता उसके ब्राउन शुगर का सेवन करने की शिकायत लेकर अस्पताल आए थे। जो प्रति दिन 2 पाउच से बढ़कर 4-5 पाउच प्रति दिन हो गई थी। वह प्रति दिन 1 बोतल कोडीन युक्त कफ सिरप का भी उपयोग करता था। एक साल से मरीज ने नशे के लिए सांप के काटने का सहारा लेना शुरू कर दिया। उसने बताया सांप हरे रंग के थे और उन्हें एक बोतल में रखा गया था। सांप से कटाने के लिए उसके सिर पर थपकी दी जाती है। जिसके बाद वो जीभ या पैर की उंगूलियों पर काट लेता था। स्नेक बाइट के बाद मरीज 18 से 20घंटे की नींद लेता था। वह बाद में धीरे-धीरे कम होकर 10-12 घंटे तक सो जाता था। उसे चक्कर आना, धुंधला दिखाई देने के साथ-साथ एंजाइटी होने लगती थी उसके बाद कुछ बेहतर महसूस होने लगता था। हालांकि इसका एडिक्शन बढ़ने पर असर कम होता है। जिसके चलते डोज बढ़ने लगता है। पहले ये मरीज दो महीने में एक बार ये नशा करता था लेकिन बाद में हर महीने में दो बार ये नशा करने लगा।

केस 2

22 साल का एक शख्स रोज ब्राउन शुगर के 2 से 3 पाउच खाता था। एक रेव पार्टी के दौरान उसे सांप के जहर का नशा करने का मौका मिला। उस पार्टी में एक डिब्बे में सांप बंद था। ढक्कन पर एक छेद था जिस पर नशे के शौकीन को जीभ रकनी होती थी और सांप जीभ पर काट लेता था। जिसके बाद दिमाग पर नशा छा जाता था और लोग 12 से 14 घंटे तक सोते थे। इस पार्टी में उस शख्स को खासा मजा आया जिसके बाद वो अक्सर ऐसी ही पार्टियों में जाने लगा।

क्यों होता है सांप के जहर से नशा!

सांप का जहर प्रोटीन, एंजाइम, का एक जटिल मिश्रण है। जो अपने प्रभाव से शिकार को या काटवाने वाले को कुछ देर के लिए शिथिल सा कर देता है। हालांकि सांप के जहर के असर को सही सही समझ पाना आसान नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स में ये भी माना गया है कि सांप के जहर में कुछ मिलावट की जाती है ताकि उसका असर सीमित हो सके। साथ ही ये सिडेटिव की तरह भी काम करता है जो अल्कोहल के असर को भी बढ़ाता है।

Created On :   3 Nov 2023 10:51 AM GMT

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