Kolkata to London: डॉ. ऋषिकेश तिवारी शिक्षा, समर्पण और संवेदनशीलता की मिसाल

डॉ. ऋषिकेश तिवारी शिक्षा, समर्पण और संवेदनशीलता की मिसाल
डॉ. तिवारी ने कई प्रभावशाली पुस्तकें लिखी हैं जिनमें यूनिवर्सल स्पोकन इंग्लिश इन योर टिप्स, द यूनिवर्स ऑफ लिंग्विस्टिक्स और ए हिस्ट्री ऑफ इंग्लिश लिटरेचर: फ्रॉम बिगिनर टू स्कॉलर विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।

कोलकाता (पश्चिम बंगाल), अक्टूबर 13: भारतीय शिक्षा जगत में डॉ. ऋषिकेश तिवारी का नाम विद्वता, समर्पण और नवाचार का पर्याय बन चुका है। 19 मई 1995 को जन्मे डॉ. तिवारी एक प्रतिष्ठित विद्वान, लेखक, प्रोफेसर, भाषाविद और उद्यमी हैं। उन्होंने शिक्षा और साहित्य के माध्यम से युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने का कार्य किया है।

डॉ. तिवारी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आईसीएसई और सीबीएसई बोर्डों से पूरी की। उन्होंने भैरव गांगुली कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में बीए और एमए की डिग्री हासिल की, इसके बाद अन्नामलाई विश्वविद्यालय से भाषाविज्ञान में एमए (स्वर्ण पदक विजेता) की उपाधि प्राप्त की।

उन्होंने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी और सेलिनस यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड लिटरेचर से अंग्रेजी में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की।

अपने शिक्षण करियर की शुरुआत उन्होंने सरस्वती अकादमी और सेंट स्टीफन स्कूल से की।

वर्तमान में वह अमिटी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं, जहां वह अंग्रेजी साहित्य और भाषाविज्ञान विषय पढ़ाते हैं। शिक्षण के साथ-साथ उन्होंने 2024 में Rishi’s English Club की स्थापना की, जो आज बोलचाल की अंग्रेजी और सॉफ्ट स्किल्स प्रशिक्षण के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्थान के रूप में जाना जाता है।

डॉ. तिवारी ने कई प्रभावशाली पुस्तकें लिखी हैं जिनमें यूनिवर्सल स्पोकन इंग्लिश इन योर टिप्स, द यूनिवर्स ऑफ लिंग्विस्टिक्स और ए हिस्ट्री ऑफ इंग्लिश लिटरेचर: फ्रॉम बिगिनर टू स्कॉलर विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इन पुस्तकों के माध्यम से उन्होंने अंग्रेजी भाषा और साहित्य की जटिलताओं को सरल और व्यवहारिक रूप में प्रस्तुत किया है।

शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिनमें लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा “इंटरनेशनल इंग्लिश ऑथर” (2025), इन्फ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा “इंडियन इंग्लिश ऑथर” (2025), अमेरिकन मेरिट काउंसिल अवार्ड (2025), इंडिया आइकॉनिक अवार्ड इन लिटरेचर एंड लैंग्वेज (2025) और अमिटी यूनिवर्सिटी बेस्ट प्रोफेसर अवार्ड (2024) शामिल हैं।

एक पॉलीग्लॉट के रूप में डॉ. तिवारी अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली और फ्रेंच भाषाओं में दक्ष हैं। वे शिक्षा को केवल ज्ञान अर्जन नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण की प्रक्रिया मानते हैं। उनके अनुसार, “शिक्षा और साहित्य ही वह शक्ति हैं जो व्यक्ति को अपने भीतर की संभावनाओं को पहचानने में सक्षम बनाती हैं।”

अपनी पुस्तकों, शिक्षण शैली और प्रेरक व्यक्तित्व के माध्यम से डॉ. ऋषिकेश तिवारी ने हजारों छात्रों और पेशेवरों के जीवन में परिवर्तन लाया है। वे आज भी उसी उत्साह और समर्पण के साथ शिक्षा जगत में सक्रिय हैं, जिससे वे आधुनिक भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों में गिने जाते हैं।

Created On :   14 Oct 2025 12:55 PM IST

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