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Chocolate Day 2019: कोई भी हसीना जब रूठ जाती है तो... चॉकलेट से मान जाती है!

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक नई शुरूआत से पहले कुछ मीठा खाना हमारी संस्कृति का हिस्सा है। फिर चाहे वह शुरूआत रिश्तों की ही क्यों न हो। वैलेंटाइन डे का तीसरा दिन यानी चॉकलेट डे रिश्तों की शुरूआत का एक मीठा एहसास है। वैसे तो चॉकलेट स्वीट डिश के रूप में दुनिया भर में मशहूर है। लेकिन चॉकलेट, प्यार में चैरी आन टॉप का काम करती है, जो आपके रिश्तों की मिठास बढ़ा देती है। लड़कियों को तो चॉकलेट बहुत पसंद होती है। इसलिए जब कोई हसीना रूठ जाती है तो उसे मनाने के लिए चॉकलेट ही काम आती है। इसलिए तो वैलेंटाइन का पूरा एक दिन चॉकलेट के नाम है और चॉकलेट डे के रूप में मनाया जाता है।
सिर्फ प्यार में ही नहीं, हर रिश्ते की मिठास बनाए रखने के लिए चॉकलेट बहुत जरूरी है। इस चॉकलेट ने ही तो हमें कब बच्चे से बड़ा बना दिया, पता ही नहीं चला। जब मॉ कहती थी कि ऐसा कर लें चॉकलेट दूंगी...याद आया। आपकी रोती बहन को हँसाने के लिए चॉकलेट का सहारा ही तो काम आया। छोटे बच्चे तो चॉकलेट की लालच में अपना पूरा होमवर्क कर लेते हैं। एक छोटी चॉकलेट ने, न जाने कितने काम करवा लिए। हर बार इसने अपनी मिठास की तरह ही, हर रिश्ते में मिठास घोली और हर रिश्तें को खास बनाया।
चॉकलेट के बिना तो शायद हमारा खाना भी कम्लीट नहीं होता। क्योंकि खाने के बाद मीठा तो बनता है, ऐसे में चॉकलेट अपनी मिठास से हमारे स्वाद को भी बनाए रखती है। चॉकलेट की इन्हीं खूबियों के कारण ही तो यह विश्वभर में खाई जाती है।
ऐसे हुआ चॉकलेट का आविष्कार
चॉकलेट शब्द कहां से कहा इस बात का तो कोई सबूत नहीं, लेकिन कुछ लोगों का मत है कि यह स्पेनिश भाषा का शब्द है। वहीं कुछ का कहना है कि यह माया और एजटेक सभ्यताओं की पैदाइश है, जो मध्य अमेरिका से संबंधित है। क्योंकि 2000 वर्ष पहले चॉकलेट की प्रमुख साम्रगी कोको सिर्फ वहीं पाई जाती थी। जब मैक्सिको और मध्य अमेरिका के लोगो ने इसे बनाना शुरू किया था, तब चॉकलेट खाने की नहीं बल्कि पीने की चीज होती थी। 1528 में स्पेन ने जब मैक्सिको पर कब्जा किया तो वहां के राजा भारी मात्रा में कोको और चॉकलेट बनाने की मशीन ले आएं उसके बाद चॉकलेट रईसों का फैशनेबल ड्रिंक बन गया। इसके बाद चॉकलेट 1606 तक यह विश्व प्रसिद्ध हो गई।
मार्केट में कई रेंज अवेलेबल
वैलेंटाइन डे और चॉकलेट डे पर बाजार में चॉकलेट की कई रेंज अवेलेबल हैं जिसे आप अपने बजट के अनुसार पार्टनर को दे सकते हैं। अगर आपका पार्टनर आपसे दूर रहता है तो आप उसे ऑनलाइन चॉकलेट भी भेज सकते हैं।
बचपन की यादों को करें ताजा
अगर कोई चाइल्डहुड कपल्स है तो बेहतर होगा कि आप उस चॉकलेट का चुनाव करें जो आप बचपन में खाते थे। जैसे संतरे की मीठी गोलियां। इससे आपकी बचपन की यादें ताजा होंगी और आपके पार्टनर को भी अच्छा लगेगा। आप अपने नियर एंड डियरर्स को भी ऐसी ही चॉकलेट दे सकते हैं।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।