जम्मू-कश्मीर आतंकी हमला: रियासी हमले पर बड़ा खुलासा, गोलीबारी के पीछे पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ, स्थानीय गाइड ने की हमलावरों की मदद
- गोलीबारी के पीछे पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ
- रियासी हमले पर बड़ा खुलासा
- स्थानीय गाइड ने की हमलावरों की मदद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हुए आतंकवादी हमले के संबंध में बड़ा खुलासा सामने आया है। एबीपी न्यूज सूत्रों के मुताबिक, तीर्थयात्रियों से भरी बस पर फायरिंग के पीछे पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ है। हादसे को अंजाम तक पहुंचाने में एक स्थानीय गाइड ने आतंकियों की मदद की है। इसके बाद स्थानीय गाइड ने पाकिस्तान से आए हमलावरों को रियासी के जंगल में छिपाया है।
कैसे दिया घटना को अंजाम?
रविवार शाम शिवखोड़ी मंदिर से वैष्णो देवी मंदिर के बेस कैंप लौट रही तीर्थयात्रियों की बस पर 4 पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला किया। इस काम में स्थानीय गाइड या ओजीडब्ल्यू ने आतंकियों को सहयोग दिया। जानकारी के मुताबिक, दो आतंकियों ने बस के सामने आकर फायरिंग की थी। वहीं, बाकी 2 हमलावरों ने जंगल से ही अपने साथियों के लिए कवर फायरिंग करने में मदद की। ड्राइवर को गोली लगते ही संतुलन बिगड़ा और बस खाई में जा गिरी। बस के खाई में गिरने के बाद भी पाकिस्तानी हमलावरों ने लगभग 15 से 20 मिनट तक फायरिंग जारी रखी। अटैक के बाद स्थानीय गाइड ने आतंकियों को रियासी के जंगल में छिपाने में मदद की। हादसे में 9 लोगों की मौत हुई। वहीं, 41 लोग घायल हुए हैं।
जानिए पूरा मामला
घटना की टाइमिंग पर भी सवाल उठ रहे हैं। आतंकियों ने इस बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए 9 जून की शाम का समय चुना। उस वक्त नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। इसी दौरान जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में TRF के आतंकवादियों ने खतरनाक घटना को अंजाम दे दिया। शिवखोड़ी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर के बेस कैंप लौट रही तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकियों ने फायरिंग कर 9 लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया। शिवखोड़ी मंदिर से लौट रही बस कुछ ही दूर पहुंची थी, तभी गोलीबारी शुरू हो गई। इस दर्दनाक हमले का शिकार 3 साल का एक मासूम बच्चा भी बना। वहीं, लगभग 41 लोग घायल हुए। जानकारी के मुताबिक, आंतकवादी सड़क से सटे जंगल में छिप कर बस का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बस को देखते ही गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोली सबसे पहले बस चालक को लगी। जिसके चलते बस का संतुलन डगमगा गया और बस खाई में जाकर गिर गई। घायलों का कहना है कि बस के खाई में गिरने के बाद भी आतंकियों ने फायरिंग जारी रखी। बता दें बस उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के श्रद्धालुओं से भरी हुई थी।
आतंकी ने चेहरे पर पहना था लाल कपड़ा
घटना के बाद चश्मदीद गवाहों ने मीडिया को घटना की जानकारी दी। घटना के चश्मदीद व्यक्ति ने बताया कि आतंकवादी बिना रुके बस पर अटैक किए जा रहे थे। खाई में गिरने के बाद भी आतंकियों ने बस पर और यात्रियों पर फायरिंग जारी रखी। वहीं, दूसरे गवाह ने बताया कि उसने एक हमलावर को फायरिंग करते हुए देखा। जिसने चेहरे पर लाल मफलर पहना था। एक यात्री का कहना है कि बस देर से निकली थी। बस के निकलने का समय शाम 4 बजे का था, लेकिन निकले-निकलते 5.30 बज गया। कुछ दूर जाते ही बस पर गोलीबारी शुरू हो गई।
रियासी हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी
बस पर अटैक कर दर्जनों को घात पहुंचाने वाले चार आतंकी पाकिस्तान के हैं। दरअसल, पाकिस्तान से आए आतंकी कई बार LOC (लाइन ऑफ कंट्रोल) पार कर भारत की सीमा में आसानी से घूस आते हैं। पाकिस्तान के आतंकियों ने भारत में घुसकर बहुत बार हमला कर लोगों को डराया है। दहशत पहुंचाने वाले लोग पाकिस्तानी हैं। इस बात की पुष्टि हो गई है। बता दें पुलिस एनकाउंटर के बाद आतंकियों के पास से मिले सबूतों से इस बात का दावा किया गया है।
Created On :   11 Jun 2024 5:59 PM IST