मणिपुर में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना: 24 घंटों में दुर्ज हुए 29 नए मामले, एक्टिव केस बढ़कर हुए 82

- मणिपुर में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना
- 24 घंटों में दुर्ज हुए 29 नए मामले
- एक्टिव केस बढ़कर हुए 82
डिजिटल डेस्क, इम्फाल। मणिपुर में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। शुक्रवार को इंफाल पश्चिम समेत मणिपुर के तीन जिलों में कोविड-19 के 29 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही पूर्वोत्तर राज्य में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 82 हो गई।
मणिपुर में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस
राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इंफाल घाटी के तीन जिलों इंफाल पश्चिम (22), इंफाल पूर्व (6) और थौबल (1) में महिलाओं समेत 29 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार को कुल 82 पॉजिटिव मामलों में से इंफाल पश्चिम जिले में 52, इंफाल पूर्व जिले में 21, बिष्णुपुर में चार, थौबल और टेंग्नौपाल में दो-दो और काकचिंग जिले में एक मामला सामने आया।
मणिपुर में 9 जून को 23 वर्षीय एक महिला कोविड-19 से संक्रमित पाई गई, जो कोरोनावायरस संक्रमण की मौजूदा लहर में पूर्वोत्तर राज्य में ऐसा पहला मामला था।मणिपुर स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. चाम्बो गोनमेई ने कहा कि महिला बिष्णुपुर जिले की रहने वाली है और उसमें कोविड जैसे लक्षण विकसित हुए थे। उसके नमूनों की जांच 5 जून को इंफाल के एक निजी क्लिनिक में की गई और नतीजे 9 जून को आए। उन्होंने देश के अन्य हिस्सों में संक्रमण के प्रसार को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की।
राजभवन के अधिकारी ने जारी किया बयान
मणिपुर स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. चाम्बो गोनमेई ने कहा कि महिला बिष्णुपुर जिले की रहने वाली है और उसमें कोविड जैसे लक्षण विकसित हुए थे। उसके नमूनों की जांच 5 जून को इंफाल के एक निजी क्लिनिक में की गई और नतीजे 9 जून को आए। उन्होंने देश के अन्य हिस्सों में संक्रमण के प्रसार को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की। संभावित कोविड-19 के फिर से उभरने की बढ़ती चिंताओं के बीच स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के हाल के निर्देशों के मद्देनजर समीक्षा की गई।
राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने राज्यपाल को राज्य की तैयारियों के बारे में जानकारी दी, जिसमें निदान, सुरक्षात्मक उपकरण, ऑक्सीजन आपूर्ति, आईसीयू और आइसोलेशन वार्ड, आवश्यक दवाएं और आईडीएसपी-आईएचआईपी पोर्टल शामिल हैं। परीक्षण क्षमता, चिकित्सा आपूर्ति और अस्पताल की तैयारी से संबंधित चुनौतियों पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल ने सक्रिय उपायों, पर्याप्त चिकित्सा बुनियादी ढांचे और सामुदायिक जागरूकता के महत्व पर सलाह दी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य मामलों में किसी भी संभावित उछाल को संभालने के लिए सुसज्जित रहे।
Created On :   20 Jun 2025 11:59 PM IST