आंध्र प्रदेश के सभी प्रमुख जलाशय पूरी तरह लबालब
- आंध्र प्रदेश के सभी प्रमुख जलाशय पूरी तरह लबालब
अमरावती, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। बंगाल की खाड़ी से उठे निम्न वायुदाब के कारण हुई भारी बारिश के बाद आंध्र प्रदेश के सभी प्रमुख जलाशयों में लबालब पानी भर गया है।
पूर्वी गोदावरी जिले में सर आर्थर कॉटन बैराज में वर्तमान में 2.91 टन पानी के भंडारण के साथ जलस्तर 44.65 फीट है। इस बैराज की क्षमता 2.93 टीएमसी है, जो 99.35 प्रतिशत तक भर गया है।
गोदावरी नदी के बेसिन के नीचे कॉटन बैराज स्थित है।
इसी तरह कृष्णा जिले के विजयवाड़ा में प्रकाशम बैराज वर्तमान में 56.2 फीट तक भरा हुआ है। बैराज की क्षमता 3.07 टीएमसी है, जो क्षेत्रों से आने वाले बाढ़ के पानी से भर जाता है। अभी यह 100 फीसदी क्षमता के साथ भरा हुआ है।
अधिकारी बैराज में 6 लाख क्यूसेक अधिक बाढ़ के पानी के बहाव की उम्मीद कर रहे हैं।
श्रीसैलम जलाशय का जल स्तर वर्तमान में 885 फीट पर पहुंच गया, वहीं इसकी क्षमता 214.36 टीएमसी जल संग्रहण है। इसके अलावा 215.81 टीएमसी की क्षमता वाले कुर्नूल जिले में जलाशय की मात्रा वर्तमान में 99.98 प्रतिशत है।
इसी तरह नागार्जुनसागर जलाशय का जल स्तर 589.5 फीट है, जिसमें 312.05 टीएमसी पानी रखने की क्षमता है।
गुंटूर जिले में जलाशय वर्तमान में 310.84 टन पानी से भरा हुआ है, जो जलाशय की क्षमता का 99.62 प्रतिशत हिस्सा है।
पुलिचिंतला प्रोजेक्ट का जलस्तर 174.21 फीट पर पहुंच गया। इसकी क्षमता 45.77 टीएमसी है, जो वर्तमान में अपनी कुल क्षमता का 44.93 टीएमसी पानी यानी 97.81 प्रतिशत से भरा है।
सोमसिला जलाशय का जलस्तर 328.22 फीट पर पहुंच गया। नेल्लोर जिले में स्थित इस जलाशय की कुल क्षमता 78 टीएमसी है, जो कि 94.81 प्रतिशत तक, 73.95 टीएमसी पानी से भरा हुआ है। सोमसिला जलाशय नेल्लोर जिले में पेन्नार नदी बेसिन के नीचे स्थित है।
छह जलाशयों में से चार कृष्णा नदी बेसिन के नीचे आते हैं, जो प्रकासम बैराज, श्रीसैलम, नागार्जुनसागर और पुलिचिंतला हैं, जबकि अन्य दो गुंटूर जिले में हैं।
एमएनएस/एसजीके
Created On :   14 Oct 2020 12:01 PM GMT