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दैनिक भास्कर हिंदी: नहीं रहे बाबूलाल गौर: कमलनाथ, शिवराज, दिग्विजय समेत दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

हाईलाइट
- शिवराज सिंह ने ट्वीट कर कहा, मध्यप्रदेश की राजनीति में एक युग की समाप्ति
- दिग्विजय बोले गौर साहब के जाने से मैंने एक राजनीतिक साथी खो दिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का बुधवार सुबह भोपाल के नर्मदा अस्पताल में निधन हो गया। गौर के निधन पर बीजेपी, कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर बाबूलाल गौर के निधन पर शोक जताया है। सीएम कमलनाथ ने बाबूलाल गौर के निवास पर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर के निवास पर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों को सांत्वना प्रदान की। pic.twitter.com/FRzyyoNzN1
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 21, 2019
सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, बाबूलाल ग़ौर के दुखद निधन का समाचार मुझे स्तब्ध करने वाला है,मेरे लिये व्यक्तिगत क्षति। आज मैंने एक अच्छा मित्र,साथी खो दिया।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल ग़ौर के दुखद निधन का समाचार मुझे स्तब्ध करने वाला है,मेरे लिये व्यक्तिगत क्षति।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 21, 2019
आज मैंने एक अच्छा मित्र,साथी खो दिया।
परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ।
ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। pic.twitter.com/asaWVfvc7N
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।@JansamparkMP pic.twitter.com/aKPxHP5mxz
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) August 21, 2019
'राजनीति में एक युग की समाप्ति'
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, मध्यप्रदेश की राजनीति में एक युग की समाप्ति। बीजेपी के आधार स्तंभ, पूर्व मुख्यमंत्री, हमारे मार्गदर्शक व जन-जन के नेता बाबूलाल गौर के निधन से दुःखी हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व परिजनों को इस गहन दुःख को सहने की क्षमता प्रदान करें।
आदरणीय बाबूलाल गौर को सत्य के लिए लड़ने वाले सिपाही और मज़दूरों, गरीबों व कमज़ोर वर्ग के हितों के रक्षक के रूप में सदैव याद किया जायेगा। गोवा मुक्ति आंदोलन से लेकर आपातकाल तक में पुलिस की लाठियों का निडरता से सामना करने वाले नायक युगों युगों तक हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 21, 2019
'मैंने राजनीतिक साथी खो दिया'
कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, बाबूलाल गौर के देहांत से मुझे गहरा दुख हुआ। राजनीतिक जीवन में हम दो ध्रुवों पर रहे लेकिन व्यावहारिक रूप से वो मेरे दिल के बेहद करीब थे। जब भी मिले पूरी गर्मजोशी के साथ मिले, जो भी किया पूरी ईमानदारी से किया। गौर साहब के जाने से मैंने एक राजनीतिक साथी खो दिया।
बाबू लाल ग़ौर जी के देहांत से मुझे गहरा दुख हुआ। राजनीतिक जीवन में हम दो ध्रुवों पर रहे लेकिन व्यावहारिक रूप से वो मेरे दिल के बेहद क़रीब थे। जब भी मिले पूरी गर्मजोशी के साथ मिले। जो भी किया पूरी ईमानदारी से किया। ग़ौर साहब के जाने से मैंने एक राजनीतिक साथी खो दिया। श्रद्धांजलि !
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 21, 2019
'भाजपा की राजनीतिक सोच वाले मार्गदर्शक थे'
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, बाबूलाल गौर सिर्फ नेता नहीं, भाजपा की राजनीतिक सोच वाले मार्गदर्शक भी थे। उनके साथ पार्टी के एक युग का अवसान हो गया। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के निधन के समाचार ने द्रवित कर दिया। वे सिर्फ नेता नहीं, भाजपा की राजनीतिक सोच वाले मार्गदर्शक भी थे। उनके साथ पार्टी के एक युग का अवसान हो गया। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) August 21, 2019
ॐ शांति! pic.twitter.com/FcZsacyfQ5
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर दुख व्यक्त करते हुए कहा,गौर जी के निधन का समाचार दुःखद। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं साथ ही शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के निधन का समाचार दुःखद है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 21, 2019
मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ साथ ही शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूँ।
ॐ शांति:
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, बाबूलाल गौर के देहांत से हृदय को गहरा दुःख पहुंचा है। संगठन को सशक्त करने में उनका योगदान अतुलनीय रहा है, मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्य व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के देहांत से हृदय को गहरा दुःख पहुँचा है। संगठन को सशक्त करने में उनका योगदान अतुलनीय रहा है, मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) August 21, 2019
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, हमने एक कर्मयोगी कार्यकर्ता के रूप में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल गौर को खोया है। उनका समूचा जीवन समाज में अन्त्योदय के स्थापना के लिये समर्पित रहा है। मंत्री के तौर पर उनका कार्य सबके लिये अनुकरणीय रहा है। हर युग में स्व. गौर कुशल संगठक के रूप में याद किये जायेंगे। उनके निधन से हम सब को अपूरणीय क्षति हुई है।
शरद यादव ने कहा, बाबूलाल गौर के निधन की खबर से आहत हूं। मेरे घनिष्ठ मित्र थे। जब कभी दिल्ली में होते समय मिलने पर आते थे। वह एक कुशल राजनीतिज्ञ थे। उनके निधन से न केवल राज्य बल्कि देश ने एक कदावर और वरिष्ठ नेता खो दिया है।
बाबूलाल गौर जी के निधन की खबर से आहत हूँ। मेरे घनिष्ठ मित्र थे तथा जब कभी दिल्ली में होते समय मिलने पर आते थे। वह एक कुशल राजनीतिज्ञ थे। उनके निधन से न केवल राज्य बल्कि देश ने एक कदावर और वरिष्ठ नेता खो दिया है। शोक संतप्त परिवार को संवेदना प्रकट करता हूँ।
— SHARAD YADAV (@SharadYadavMP) August 21, 2019
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, बाबूलाल गौर के दुःखद निधन पर मेरी गहरी संवेदनाए। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करें एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के दुःखद निधन पर मेरी गहरी संवेदनाए। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करें एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे। pic.twitter.com/TGeFfRF450
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) August 21, 2019
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, उपाध्यक्ष हिना कावरे और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बाबूलाल गौर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भावभीनीं श्रद्धांजलि अर्पित की है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने अपने शोक संदेश में कहा...
मध्यप्रदेश विधानसभा के दस बार सदस्य रहे गौर ने विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की उल्लेखनीय सेवा करते हुए लोकतंत्र के उत्कृष्ट मूल्यों का निर्वहन किया। गौर के निधन से प्रदेश ने एक कुशल राजनीतिज्ञ, लोकप्रिय प्रशासक तथा कर्मठ समाजसेवी खो दिया है। गौर ने अपने करिश्माई नेतृत्व से सबके दिलों में अमिट छाप छोड़ी है। गौर को साहसी, दूरदर्शी और मानवीय नेता बताते हुए कहा कि उनका निधन सार्वजनिक जीवन की अपूरणीय क्षति है।
विधानसभा उपाध्यक्ष कावरे ने अपने शोक संदेश में कहा...
गौर के निधन से प्रदेश में एक श्रेष्ठ राजनेता की कमी हुई है। सार्वजनिक जीवन मे उनके योगदान व सेवा-समर्पण के लिए सदैव स्मरण किया जाएगा।
गोपाल भार्गव ने कहा...
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपने शोक सन्देश में गौर को प्रखर, ओजस्वी और कद्दावर नेता बताते हुए कहा, गौर के निधन से सार्वजनिक जीवन मे शून्य उत्पन्न हुआ है। लोकतंत्र को मजबूत करने में और प्रदेश की समृद्धि में गौर का योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
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