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12460 शिक्षक भर्ती: प्रियंका ने सीएम योगी को लिखा पत्र, कहा- युवा हताश हैं, सरकार अभ्यर्थियों को जल्द नियुक्ति दे

हाईलाइट
- शिक्षक भर्ती मामले में प्रियंका गांधी का सीएम योगी को पत्र
- 12460 शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों की तत्काल नियुक्ति की मांग
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में 12 हजार 460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों की तत्काल नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा, अभ्यर्थी हताश और परेशान हैं। उनके रोजगार के हक का सम्मान करते हुए उन्हें तत्काल नियुक्ति दी जाए।
तीन साल बाद भी प्रतिभावान युवाओं की नियुक्ति नहीं
प्रियंका गांधी ने अपने पत्र में लिखा, योगी जी उत्तर प्रदेश का युवा बहुत परेशान और हताश है। कुछ दिनों पहले ही मैंने 12,460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की थी। इस शिक्षक भर्ती में 24 जिले शून्य जनपद घोषित थे यानि की इन 24 जिलों में कोई जगह नहीं खाली थी मगर अन्य जिलों की वैकेंसी के लिए इन बच्चों ने मेरिट में स्थान प्राप्त किया। काउंसलिंग में हिस्सा लिया। इनको विद्यालय आवंटित हुआ, नियुक्ति पत्र भी छपे मगर मिले नहीं। अब तीन साल बीत जाने के बाद भी इन प्रतिभावान युवाओं की नियुक्ति नहीं हो पाई है।
सरकार ने युवाओं के प्रति निर्मम स्वभाव क्यों बनाया?
प्रियंका ने लिखा, ये युवा मजबूरी में कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। इनमें से कई ऐसे बच्चे हैं जिनके जीवन संघर्ष से भरे हुए हैं। इनकी दर्दनाक कहानी सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि सरकार ने इनके प्रति एक आक्रामक और निर्मम स्वभाव क्यों बनाया है जबकि यही उत्तर प्रदेश का भविष्य बनाने वाली पीढ़ी है और सरकार इनके प्रति जवाबदेह है।
बेरोजगार युवाओं के सामने आर्थिक संकट
प्रियंका गांधी ने लिखा, ये युवा बहुत परेशान हैं। कोरोना महामारी इनके ऊपर और भी कहर बरपा रही है। एक तो इन्हें नौकरी नहीं मिल रही है ऊपर से इस महामारी में उनके सामने गहरा आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है। कई अभ्यर्थी तो भयानक डिप्रेशन में हैं। उनके ऊपर घर के नमक-तेल और राशन का भी बोझ है। प्रियंका ने कहा, मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए युवाओं के रोजगार के हक का सम्मान करते हुए अभ्यर्थियों को तत्काल नियुक्ति देने का कष्ट करें।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।