अमरनाथ यात्रा : बालटाल रूट के बरारीमार्ग में लैंडस्लाइड से 5 की मौत, 3 घायल
- तीन अन्य घायल बताए जा रहे है।
- एक महिला समेत पांच लोगों की मौत हो गई है।
- जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के बालटाल रूट के बरारीमार्ग पर लैंडस्लाइड।
डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के बालटाल रूट के बरारीमार्ग पर लैंडस्लाइड में एक महिला समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। जबकि तीन अन्य घायल बताए जा रहे है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। समाचार एजेंसी एएनआई ने इस बात की जानकारी दी है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि SDRF, MRT और ITBP के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे है। वहीं मेडिकल टीम को अलर्ट पर रखा गया है।
पांच मौतों के बाद मरने वालों की तादाद 11 पर पहुंची
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को हुई भारी बारिश के कारण ये लैंडस्लाइड हुआ है। इससे पहले, बालटाल बेस कैंप के कार पार्किंग एरिया में बाढ़ का पानी घुस गया था, लेकिन इससे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था। वहीं मृतकों और घायलों की पहचान अभी नहीं हो सकी है। इन पांच मौतों के बाद इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान मरनेवालों की तादाद बढ़कर 11 हो गई है।
Five dead and three injured in landslide near Brarimarg on Baltal route to Amarnath. Rescue teams at the spot. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/xKocCRSg8m
— ANI (@ANI) July 3, 2018
उमर अब्दुल्ला ने जताया शोक
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, लैंडस्लाइड के कारण अमरनाथ तीर्थयात्रियों की मौत बेहद दुखद हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए सहानुभूति जताई और घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
Tragic news of the deaths of Amarnath pilgrims due to a landslide. Condolences to the families of the deceased best wishes for the speedy recovery of the injured.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 3, 2018
27 अगस्त को रवाना हुआ पहला जत्था
बता दें कि बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 27 जून को रवाना हुआ था। ये यात्रा 26 अगस्त तक चलेगी। अमरनाथ के लिए रवाना होने वाले हर जत्थे को थ्री लेयर सिक्योरिटी दी जा रही है। अमरनाथ गुफा दक्षिण कश्मीर के हिमालयवर्ती क्षेत्र में है। ये श्रीनगर से लगभग 141 किमी. की दूरी पर 3,888 मीटर (12,756 फुट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस तीर्थ स्थल पर पहलगाम और बालटाल मार्गों से पहुंचा जा सकता है। अमरनाथ धाम का इतिहास ऐसा माना जाता है कि मध्यकाल के बाद लोगों ने इस गुफा को भुला दिया था।
Created On :   3 July 2018 11:56 PM IST