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मप्र राजनीति: दिग्विजय सिंह बोले- वैचारिक स्पष्टता के अभाव से कांग्रेस को नुकसान

हाईलाइट
- वैचारिक स्पष्टता का अभाव कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहा है: दिग्विजय सिंह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। राज्यसभा सदस्य और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वैचारिक स्पष्टता का अभाव पार्टी को नुकसान पहुंचा रहा है। सिंह ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस के कनिष्ठ या वरिष्ठ नेताओं के बीच वैचारिक स्पष्टता अधिक महत्वपूर्ण है। यह वैचारिक स्पष्टता की ही कमी है जो अस्पष्ट रुख की ओर ले जाती है।
उन्होंने कहा, कुछ लोग आरएसएस से लड़ने में क्यों शर्माते हैं? गरीब विरोधी, किसान विरोधी, श्रमिक विरोधी नीतियां भारत की एकता और अखंडता को नष्ट कर रही हैं, इसके सामाजिक आर्थिक ताने-बाने को नष्ट कर रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा, कांग्रेस में कौन राहुल जी या प्रियंका जी का विरोधी है? एक वरिष्ठ नेता का नाम लें? पूरी कांग्रेस नेहरू गांधी परिवार के साथ खड़ी है। वे जोड़े रखने वाली ताकत हैं।
Rather it’s lack of Ideological Clarity that leads to ambiguous stand. Why do some shy away from fighting RSS? It’s divisive Ideology of Polarisation & Anti Poor, Anti Farmer, Anti Labour policies are destroying the Unity & Integrity of India, destroying its Socio Economic fabric
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 25, 2020
उन्होंने कहा, पार्टी के भीतर हालिया बहस तब शुरू हुई जब कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह मुद्दा उठाया कि मोदी पर सीधे हमला करने के बजाय पार्टी को उनकी नीतियों पर निशाना साधना चाहिए। इस पर काउंटर करते हुए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार की सभी नीतियां प्रधानमंत्री द्वारा बनाई गई हैं। कथित तौर पर राहुल गांधी ने कहा कि वह डरे हुए नहीं हैं।
इस घटना को लेकर गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में एक नेता को बोलने से रोका जाता है। हालांकि, कांग्रेस ने तुरंत इसका जवाब दिया था कि पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करती है।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।