पराक्रम दिवस: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित की
  • 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती
  • भारत की स्वतंत्रता में नेताजी का बड़ा योगदान
  • 2021से 23 जनवरी को पराक्रम दिवस मनाना शुरु हुआ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज मंगलवार 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती है। उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाते है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट किया, 'पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जा रही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मैं अपनी सादर श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। नेताजी ने भारत की स्वतंत्रता के लक्ष्य के लिए असाधारण प्रतिबद्धता प्रदर्शित की थी। उनके अद्वितीय साहस और करिश्माई व्यक्तित्व ने भारतवासियों को औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध निडरता से लड़ने के लिए प्रेरित किया। उनके ओजस्वी व्यक्तित्व का हमारे स्वतंत्रता संग्राम पर गहरा प्रभाव पड़ा। हमारे देशवासी नेताजी को कृतज्ञतापूर्वक सदैव याद रखेंगे।

23 जनवरी 1897 को नेताजी का जन्म ओडिशा के कटक में बंगाली परिवार में हुआ था। नेताजी के पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माता का नाम प्रभावती देवी था। सन 1920 में नेताजी ने इंग्लैंड में सिविल सर्विस पास की थी जिसमें उन्होंने चौथी रैंक हासिल की थी। लेकिन देश की आजादी की खातिर उन्होंने इसे छोड़ दिया था। और वे आजादी के आंदोलन में कूद पड़े। उन्होंने आजाद हिन्द फौज की स्थापना की थी। नेताजी की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को विमान हादसे में मानी जाती है लेकिन इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है। आजादी के लिए उनके द्वारा किये गए संघर्ष को नमन करने के लिए उनकी जयंती को हर साल मनाया जाता जाता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पराक्रम दिवस के अवसर पर महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए उनका अटूट समर्पण आज भी प्रेरित करता है। भारत सरकार ने साल 2021 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्‍मदिन 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।

आपको बता दें नेताजी ने भारत की आजादी में अहम भूमिका को निभाया और युवाओं में आजादी के लिए लड़ने का जज्बा पैदा किया। नेताजी ने आजादी के लिए जय हिन्द, तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा, चलो दिल्ली जैसे नारे दिए जिन्होंने युवाओं में आजादी के लिए प्रेरणा का काम किया।

Created On :   23 Jan 2024 4:33 AM GMT

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