कुंडली में खराब शनि हो तो करें ये उपाय
- शनि की स्थिति के अनुसार शुभ-अशुभ फल जीवनभर होते हैं प्राप्त
- शनि न्याय के देवता हैं और इन्हें क्रूर भी माना जाता है
डिजिटल डेस्क। शनि की स्थिति के अनुसार शुभ-अशुभ फल जीवनभर प्रदान करता है। शनि न्याय के देवता हैं और इन्हें क्रूर भी माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति से गलत या अधार्मिक कार्य हो जाता है तो शनि उस पाप का फल जरूर देता है। कुंडली में शनि की स्थिति के अनुसार भी वह शुभ-अशुभ फल जीवनभर प्रदान करता है। सामान्यता: कुंडली के दूसरे, तीसरे, सातवें और बारहवें स्थान में शनि श्रेष्ठ फल देता है और शनि कुंडली के पहले, चौथे, पांचवें एवं छठे भाव में अशुभ फल प्रदान करता है।
शनि के मित्र ग्रह बुध, शुक्र एवं राहु माने जाते हैं और सूर्य, चन्द्र एवं मंगल शत्रु ग्रह होते हैं। केतु एवं गुरु से शनि का समभाव यानि मित्र न शत्रु होता है। शनिवार दिन के कारक देवता शनि देव हैं। शनि ग्रह मेष राशि में नीच का एवं तुला राशि में उच्च का होता है। आपकी कुंडली में शनि जिस घर या भाव में है, उसके अनुसार हम कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। इन उपायों से शनि के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है।
कुंडली के प्रथम भाव में शनि ख़राब हो तो...
1-अच्छे स्वास्थ्य के लिए बड़(बरगद) के वृक्ष की जड़ में दूध अर्पित करें और दूध से गीली हुई मिट्टी का तिलक करें।
2-किसी योग्य व्यक्ति, ब्राह्मण या साधु-संत को लोहे का तवा दान करें।
3-नशे और बुरी संगत से दूर रहें।
4-बंदरों को चने खिलाएं।
कुंडली के द्वितीय भाव में ख़राब शनि हो तो...
1-हर रोज घर से निकलने से पहले दूध या दही का तिलक करें।
2-प्रतिदिन नंगे पैर मंदिर जाएं।
3-शिवलिंग पर और नागदेव को दूध अर्पित करें।
4-यदि संभव हो सके तो भैंस पालें या उसकी सेवा करें। भैंस को रोज घास, रोटी या चारा खिलाएं।
5-अपना घर बनाने से पहले उस स्थान पर जल का कलश स्थापित करें।
कुंडली में शनि तृतीय भाव में ख़राब हो तो...
1-घर में किसी अंधेरी जगह पर धन, सोना, रुपए आदि रखें।
2-काले और सफेद रंग के तीन कुत्ते पालतें हैं तो शनि के दोषों में कमी आ सकती है।
3-मादक वस्तुओं से और मांसाहार से बचे।
4-शनिवार को बहते पानी में चावल बहाएं।
5-घर की दहलीज में लोहे की पांच कीलें गाड़ दें।
कुंडली में शनि चतुर्थ भाव में ख़राब हो तो...
1-कौओं, भैंस या काली बकरी को दूध-चावल या खीर बनाकर खिलाएं।
2-नियमित रूप से शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें।
3-शनि की वस्तु जैसे- तेल, उड़द, काले कपड़ों का दान करें।
4-हरे और काले वस्त्र धारण नहीं करें।
5-मछलीयों को चावल चुगाएं।
6-किसी कुएं या तलब में दूध और चावल अर्पित करें।
कुंडली में शनि पंचम भाव में ख़राब हो तो...
1-घर के किसी अंधेरे कमरे में हरे मूंग रखें।
2-किसी भी मंदिर में 10 बादाम लेकर जाएं और 5 वहां चढ़ाकर 5 अपने घर में सुरक्षित स्थान पर रखें।
3-मांस-मदिरा या मादक वस्तुओं का सेवन बिल्कुल नहीं करें।
4-हनुमान चालीसा का नित्य पाठ करें।
5-बजरंग बली को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
6-शनिवार के दिन किसी योग्य पात्र को तेल का दान करें।
कुंडली में शनि षष्ठम भाव में ख़राब हो तो...
1-एक लोहे के पात्र में तेल भरकर उसमें अपना चेहरा देखें और गंदेपानी में बहा दें।
2-संतान नहीं हो रही हो तो कुत्ता पालें।
3-शिवलिंग पर और नागदेव को कच्चा दूध अर्पित करें।
4-नारियल या बादाम जल प्रवाहित करें।
5-अपने व्यवसाय को बढाने के लिए हरे मूंग का दान करें।
6-शनिवार के दिन घर में लोहे की वस्तु लाने से बचें।
7-घर में कबाड़ ना होने दे |
कुंडली में शनि सप्तम भाव में ख़राब हो तो...
1-बांसुरी में शकर भरें और सुनसान स्थान में गाड़ दें।
2-काली गाय या भैंस को घास खिलाएं, उसकी सेवा करें।
3-किसी की बुराइयों, कुपित या अधार्मिक कार्य से बचें।
4-अपने व्यवसाय में किसी रिश्तेदार को साझेदार बनाने से बचें।
5-किसी धातु के पात्र में शहद भरकर घर में रखें।
कुंडली में शनि अष्टम भाव में ख़राब हो तो...
1-चांदी की अंगूठी बाएँ हाँथ की मध्यमा में धारण करें।
2-मादक वस्तु और मांसाहर से बचें।
3-किसी योग्यपात्र को लोहे का तवा, चिमटा या अंगीठी का दान करें।
4-शनिवार को 8 बादाम बहते पानी में बहाएं।
5-राहु और शनि देव की शांति के लिए विशेष पूजा कराएं।
कुंडली के नवम भाव में ख़राब शनि हो तो...
1-अपने साथ दादा और पिता को अवश्य रखें। वृद्धजनों का कभी भी अपमान ना करें। वृद्धों की सेवा करते रहें।
2-गुरु ग्रह की वस्तुएं जैसे चने की दाल, हल्दी की गांठ का दान करें।
3-दायें हाथ की तर्जनी में चांदी की अंगूठी धारण करें।
4-घर की छत पर घास, लकड़ी या कबाड़ बिलकुल ना रखें।
5-घर में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। किसी भी कोने में धूल या मकड़ी जाल नहीं होने दें।
6-रात के समय हनुमानजी के सामने सरसों के तेल का दीपक लगाएं।
कुंडली में शनि दशम भाव में ख़राब हो तो...
1-चने की दाल समय-समय पर ऐसी नदी में प्रवाहित करें जिसमे मछलियां हों।
2-घर की छत पर बेकार वस्तु या कबाड़ बिलकुल ना रखें। छत हरदम साफ-सुथरी होनी चाहिए।
3-मांस-मदिरा और नशे से दूर रहें।
4-कुपित या अधार्मिक कार्यों से बचें।
5-समय-समय पर किसी अंधे व्यक्ति को भोजन खिलाएं।
कुंडली में शनि एकादश भाव में ख़राब हो तो...
1-गुरु ग्रह की चीजें जैसे- चने की दाल, हल्दी की गांठ का दान करें।
2-घर के अंधेरे भाग में 12 बादाम काले कपड़े में बांधकर रखें।
3-मांस-मदिरा और मादक वस्तुओं से दूर रहें।
4-कोई भी शुभ काम करने से पहले पानी का कलश भरकर घर में रखें।
5-कोई भी अधर्म या पाप कर्म करने से बचें।
कुंडली में शनि द्वादश भाव में ख़राब हो तो...
1-भैरव महाराज की पूजा शनिवार,रविवार को अवश्य करें।
2-किसी भी प्रकार का अधर्म करने से सदा बचें।
3-मांस-मदिरा और मादक वस्तुओं से दूर रहें।
4-शनिवार को भैरव मंदिर में सरसो के तेल का चार बत्ती वाला दीपक लगाएं।
5-झूठ बोलनें से बचे।
6-घर के अंधेरे भाग में 12 बादाम काले कपड़े में बांधकर सदा रखें।
Created On :   30 Nov 2018 8:17 AM GMT