विज्ञान/प्रौद्योगिकी: भारत के फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में अप्रैल-जून में 5.6 अरब डॉलर मूल्य के 79 लेनदेन हुए

नई दिल्ली, 21 जुलाई (आईएएनएस)। देश के फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में अप्रैल-जून की अवधि में आईपीओ और क्यूआईपी एक्टिविटी सहित 5.6 अरब डॉलर मूल्य के 79 लेनदेन दर्ज किए गए। यह जानकारी सोमवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
ग्रांट थॉर्नटन भारत की 'दूसरी तिमाही फाइनेंशियल सर्विस डीलट्रैकर' रिपोर्ट के अनुसार, कुल सौदों की संख्या में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई और मूल्य में 2025 की पहली तिमाही की तुलना में मामूली 5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, लेकिन इस तिमाही में वैश्विक अनिश्चितताओं और व्यापार तनावों के बीच एक संतुलित निवेश दृष्टिकोण देखने को मिला।
रिपोर्ट के अनुसार, पब्लिक मार्केट एक्टिविटी को छोड़कर, इस सेक्टर ने 4.5 अरब डॉलर मूल्य के 73 सौदों को लेकर जानकारी दी,जो तिमाही आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धि लेकिन मूल्य में 10 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है। यह तिमाही में घरेलू सौदों के मूल्य में 92 प्रतिशत की तीव्र गिरावट के कारण दर्ज किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है, "इसके बावजूद, हाई-वैल्यू एक्टिविटी मजबूत रहीं, जिसमें 100 मिलियन डॉलर से अधिक के छह सौदों ने सामूहिक रूप से 3.7 बिलियन डॉलर का योगदान दिया।"
इस तिमाही में इस सेक्टर का कुल कारोबार में 14 प्रतिशत और कुल मूल्य में 33 प्रतिशत का योगदान रहा।
ग्रांट थॉर्नटन भारत में प्राइवेट इक्विटी ग्रुप और डील्स टैक्स एडवाइजरी लीडर, विशाल अग्रवाल ने कहा, "दूसरी तिमाही में छोटे-छोटे लेनदेन से प्रेरित उच्च सौदों की संख्या का रुझान जारी रहा, जिसमें खासकर भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण बड़े सौदे भी शामिल थे।"
अग्रवाल ने आगे कहा कि जैसे-जैसे बैंक और लघु वित्त बैंको में कंसोलिडेशन गहराता है और नियामक स्पष्टता में सुधार होता है, वैसे-वैसे हम इस सेक्टर में विलय एवं अधिग्रहण (एमएंडए) और प्राइवेट इक्विटी (पीई) एक्टिविटी में वृद्धि की उम्मीद करते हैं। फिनटेक निवेशकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण बना हुआ है।
इस बीच, विलय एवं अधिग्रहण 2025 की दूसरी तिमाही में अधिग्रहण (एम एंड ए) गतिविधि में स्लोडाउन देखा गया, जिसमें पहली तिमाही की तुलना में मात्रा में 43 प्रतिशत और मूल्य में 35 प्रतिशत की गिरावट आई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस तिमाही में 2.6 अरब डॉलर मूल्य के 16 सौदे दर्ज किए गए और पिछली तिमाही की तुलना में 35 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद घरेलू लेनदेन मात्रा में हावी रहे।
सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन द्वारा यस बैंक में 1.5 अरब डॉलर की हिस्सेदारी के अधिग्रहण के कारण, इस तिमाही में कुल एम एंड ए मूल्य में इनबाउंड सौदों का हिस्सा 88 प्रतिशत रहा, जो 2024 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक प्रतिशत है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 की दूसरी तिमाही में प्राइवेट इक्विटी (पीई) में उछाल आया और 1.9 अरब डॉलर मूल्य के 57 सौदे दर्ज किए गए, जो 2022 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक तिमाही मात्रा और 2023 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक मूल्य है।
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Created On :   21 July 2025 1:58 PM IST