राष्ट्रीय: दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, प्रशासन ने जारी की चेतावनी

दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, प्रशासन ने जारी की चेतावनी
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और गुरुवार को यह खतरे के निशान को पार कर गया। पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 205.46 मीटर दर्ज किया गया, जबकि बीते बुधवार को जलस्तर 204.58 मीटर था। दो दिनों में जलस्तर में हुई तेजी से वृद्धि ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।

नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और गुरुवार को यह खतरे के निशान को पार कर गया। पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 205.46 मीटर दर्ज किया गया, जबकि बीते बुधवार को जलस्तर 204.58 मीटर था। दो दिनों में जलस्तर में हुई तेजी से वृद्धि ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।

पुराना रेलवे पुल पर जलस्तर 205.46 मीटर तक पहुंच गया, जबकि बुधवार को यह 204.58 मीटर था। जलस्तर में हुई इस वृद्धि ने दिल्ली सरकार और आपदा प्रबंधन अधिकारियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है।

भारी बारिश और हिमाचल प्रदेश व हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और राहत कार्यों की तैयारियां शुरू कर दी हैं।

लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है। केंद्रीय जल आयोग ने स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने खासतौर पर संवेदनशील इलाकों में चौकसी बढ़ाने और आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने को कहा है। यमुना किनारे बसे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है। नदी किनारे बसे इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। यमुना के जलस्तर पर प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है। सरकार और अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

आपको बताते चलें, राजधानी दिल्ली में यमुना नदी में चेतावनी का स्तर 204.5 मीटर है, खतरे का स्तर 205.3 मीटर है और 206 मीटर पर निकासी शुरू होती है। ऐसी स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की कवायद शुरू हो जाती है। यमुना के प्रवाह और बाढ़ के जोखिम को मापने का ओल्ड रेलवे ब्रिज एक महत्वपूर्ण केंद्र है।

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Created On :   28 Aug 2025 9:32 AM IST

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