बिहार सियासत: नीतीश सरकार के समर्थन में उतरे BJP नेता अर्जुन मुंडा, कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष पर किया पलटवार

- बिहार में सियासी दलों के बीच जुबानी जंग तेज
- नीतीश सरकार के समर्थन में उतरे अर्जुन मुंडा
- कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस सिलसिले में मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर भाजपा के दिग्गज नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने आडे़ हाथों लिया है। उन्होंने कांग्रेस पर आदिवासी समाज का अपमान करने का आरोप लगाया है। इसके लिए मुंडा ने खरगे से माफी मांगने के लिए भी कहा है। इसके अलावा उन्होंने विपक्ष को बिहार की कानून व्यवस्था की आलोचना करने पर भी घेरा है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार ने हमेशा सजगता दिखाई है।
नीतीश कुमार के समर्थन में उतरे अर्जुन मुंडा
बिहार की सरकार को लेकर उन्होंने कहा, "बिहार की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता ने बनाई है, और यह इसलिए बनी क्योंकि कानून व्यवस्था के मामले में सरकार ने सजगता दिखाई है। कुछ घटनाएं जरूर हुईं, लेकिन यह कहना कि पूरी कानून व्यवस्था समाप्त हो गई है, यह उचित नहीं है। ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए लगातार प्रयास होते रहे हैं और आगे भी होंगे। दोषियों को सजा मिलेगी।"
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को घेरते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा, "मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और देश के अनुभवी नेताओं में से एक हैं। उनके माध्यम से इस तरह का बयान कि वह राष्ट्रपति का नाम भी अच्छे तरीके से नहीं ले सकते, क्या दर्शाता है?"
कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना
अर्जुन मुंडा ने आगे कहा, "एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी हैं और उसके बारे में इस तरीके से वक्तव्य देना, इस तरीके से बोलना, कांग्रेस को ही विचार करना चाहिए कि क्या यह उचित है? अपने समय में वह कभी किसी जनजातीय या आदिवासी परिवार से किसी को राष्ट्रपति नहीं बना सके. जब वह (द्रौपदी मुर्मू) राष्ट्रपति बन रही थीं, तब इनके खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए गए। जब वह राष्ट्रपति बन गईं, तो इस तरह की बयानबाजी करके वैसे लोगों का अपमान कर रहे हैं जो देश के करोड़ों आदिवासियों के लिए गर्व का विषय हैं।"
मुंडा ने कहा, "कांग्रेस के समय में कभी ऐसा मौका नहीं मिला। अब जब यह अवसर मिला है, तो कांग्रेस क्षमा याचना करने की बजाय उसे ढंकने की कोशिश कर रही है और आदिवासी समाज को फिर से अपमानित करने का काम कर रही है। मैं बहुत ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन यह कांग्रेस का चरित्र है, जिसे कहा जाए कि एक तरह से दीवालियापन है।"
उन्होंने आगे कहा, "राष्ट्रपति हो जाने से किसी की जमीन छिनती है क्या? उसका सम्मान बढ़ता है। कानून और व्यवस्था अपनी जगह काम करती है। जल, जंगल, जमीन के जो मौलिक बातें हैं, उस पर भारतीय जनता पार्टी हमेशा पक्ष में रही है। आज एक इतनी संवेदनशील महिला देश की राष्ट्रपति हैं, जो इन सारे विषयों पर ध्यान भी रखती हैं और बोलती भी हैं। आज देश का जनजातीय समाज खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस करता है।"
इसके बाद मुंडा ने कहा, "वैसे लोग जिन्हें इस धरती से प्रेम नहीं है, वही इस तरह की बातें करके राजनीति करते हैं। कांग्रेस को विचार करना चाहिए और बताना चाहिए कि आखिर इस तरह के बयानबाजी के पीछे मंशा क्या है?"
Created On :   8 July 2025 10:45 PM IST