अटकलों पर रणनीति: कमलनाथ के करीबी नेताओं के लिए कांग्रेस ने तैयार की रणनीति, विधायकों से संपर्क स्थापित करने में जुटे दिग्गज नेता
- कांग्रेस नेता कमलनाथ के करीबी विधायकों से कर रहे हैं संपर्क
- कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज
- लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए मध्य प्रदेश में बड़ी टेंशन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के बीजेपी में जाने की चर्चा तेज है। इस बीच कांग्रेस मध्य प्रदेश में डैमेज कंट्रोल मोड में आई गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अपने विधायकों को एकजुट करने में जुट गई है। लोकसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में पार्टी की कोशिश है कि मध्य प्रदेश में बड़े उलटफेर रोका जा सके। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी, विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार सहित अन्य वरिष्ठ नेता पार्टी के विधायकों से एक-एक करके बात कर रहे हैं।
एमपी में अटकलों का दौर जारी
एनडीटीवी इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता डैमेज कंट्रोल की कोशिशों में जुटे हैं। इन नेताओं की नजर कमलनाथ और उनके बेटे एवं सांसद नकुलनाथ के करीब विधायकों, पूर्व विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों पर हैं। 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों की संख्या मात्र 66 है। ऐसे में अगर बड़ी संख्या में विधायक पाला बदलते हैं तो मध्य प्रदेश में कांग्रेस और कमजोर हो जाएगी।
माना जा रहा है कि पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, सुखदेव पांसे, विधायक सतीश सिंह सिकरवार, संजय उइके, नीलेश उइके, सोहन वाल्मिकी, विजय चौरे, कमलेश शाह और लखन घनगोरिया पाला बदल सकते हैं।
सज्जन सिंह का बयान
इस बीच पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि कमलनाथ अभी तक बीजेपी में जाने का फैसला नहीं किए हैं। हालांकि, सज्जन सिंह ने संकेत जरूर दिए हैं कि अगर उनके अनुभवी नेता अगर कोई बड़ा कदम उठाएंगे तो वह जरूर इस बात का अनुसरण करेंगे।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह ने यह भी कहा कि राजनीति में केवल तीन चीजें मायने रखती हैं- मान, सम्मान और स्वाभिमान। अगर इसे ठोस पहुंचती है, तो एक नेता बडे़ फैसले लेने के लिए बाध्य होता है। हालांकि, फिलहाल जो खबरे आ रही हैं वे केवल अटकलें मात्र हैं।
Created On :   18 Feb 2024 12:14 PM GMT