बिहार विधानसभा चुनाव 2025: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी पर किया पलटवार, कहा संसद में पास किए गए कानून, संसद के जरिए होते हैं रद्द

- पिछले 11 सालों में विपक्ष मुक्त भारत, मीडिया मुक्त भारत, न्यायपालिका मुक्त भारत किया- खेड़ा
- बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने आरजेडी नेता तेजस्वी के बयान पर साधा था निशाना
- तेजस्वी के बयान को बताया वोट बैंक की चाहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सोशल मीडिया के मंचों से लेकर राजनीतिक दल और उनके नेता एक-दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं। एक अन्य पर घटक सारगर्भित जा रहा है। भारत और प्रमुख गठबंधन के नेता कोई कोर कसर नहीं चाहते। संविधान से लेकर समाज से जुड़े समर्थकों को लेकर पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर भारी दावे की होड़ में वास्तविक लोकतंत्र की छवि में अपने पद पर नियुक्त पद-विपक्ष की घोषणाएं कर रहे हैं। संसद से निर्वाचित संवैधानिक संवैधानिक संस्थाओं पर समाज, सड़क और सोशल मीडिया मंचों पर भव्य संस्थाएं हो रही हैं।
कांग्रेस नेता पवन विधायक ने भारतीय जनता पार्टी के नेता सुधांशु छात्र के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि संसद में पास हो गए, संसद को रद्द भी कर दिया गया। अगर सुधांशु कलाकारों को यह नहीं पता है तो वे संसद में पिछले 2-3 साल से क्या कर रहे हैं हमें मनाही है। उन्हें (भाजपा) पता ही नहीं है कि लोकतंत्र का कार्य कैसे होता है। पिछले 11 वर्षों में उन्होंने क्या-क्या नहीं किया, नैतिकता मुक्त भारत, मीडिया मुक्त भारत, नैतिकता मुक्त भारत, भारत इस तरह से नहीं किया गया।
बता दें कि बीजेपी नेता सुधांशु चौधरी ने बीजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम के सामने बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी और एनडीए गठबंधन के लिए इस बात के लिए संकल्पित है कि बाबा साहेब कॉम के संविधान को और उनके किसी भी प्रस्ताव को किसी भी तरह से खारिज कर देंगे, तो हम उसे नहीं होने देंगे। मैं भारतीय गठबंधन से पूछना चाहता हूं कि आप बिहार में सऊदी अरब, इंडोनेशिया, तुर्की और आईएसआईएस से सबसे बड़ा शरिया कानून लागू करने की सोच रहे हैं? हमें इस बात का सीधा और स्पष्ट उत्तर देना चाहिए। मैं समाजवाद से पूछना चाहता हूं कि समाजवाद तो धन का समान वितरण होना चाहिए, लेकिन आप कह रहे हैं कि 49 लाख एकड़ जमीन पर चंद लोगों का कब्जा होना चाहिए। यह एक सोची समझी अवधारणा है जो समाजवाद के विचार से बिल्कुल विपरीत है।
सुधांशु साहूकार ने कहा कि दुख की बात है कि कल पटना में वही गांधी मैदान था, जहां पर संविधान की रक्षा और सम्मान के लिए जान की खातिर लाखों लोग इकट्ठा हुए थे, वहां एक ऐसी रैली हुई, जहां भारत गठबंधन के बहुत से बिहार के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हम संसद से एक कानून को छोड़ कर चले गए। यह बहुत गंभीर विषय है। उन्होंने वक्फ बोर्ड के कानून के लिए ऐसा कहा, इसका अर्थ यह हुआ कि 'ना संसद का सम्मान, ना न्यायपालिका का सम्मान'। वोट बैंक की चाहत में जो कुछ भी तेजतर्रार यादव और इंडी गठबंधन के नेताओं ने कहा है, उन्हें साफ है कि वे संविधान को पिछलग्गू बनाने की 50 साल पुरानी महत्वाकांक्षा से बाहर नहीं आ रहे हैं।
बिहार कांग्रेस महासचिव कृष्णा अल्लावरू ने कहा, "गठबंधन की घोषणा पत्र समिति की बैठक है। हमारा प्रयास है कि बिहारवासियों को एक बेहतर बिहार बनाया जाए। कमाई, शिक्षा, दवा और सामाजिक न्याय पर हमारा विशेष ध्यान रहेगा। गठबंधन के सदस्य-गर्ड इंडिया एलायंस का रोडमैप भी और बिहार के लोगों की पसंद भी होगी।"
Created On :   30 Jun 2025 9:31 PM IST