CWC Meeting: CWC मीटिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे ने अहम मुद्दों पर की चर्चा, मनरेगा पर भी दी प्रतिक्रिया, सरकार पर साधा जमकर निशाना

CWC मीटिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे ने अहम मुद्दों पर की चर्चा, मनरेगा पर भी दी प्रतिक्रिया, सरकार पर साधा जमकर निशाना
CWC की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मनरेगा पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मोदी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति की एक अहम बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। खड़गे ने कहा है कि इस समय देश एक दौर से गुजर रहा है, जहां लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर हो रही हैं, संविधान की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है और आम आदमी के अधिकार लगातार सिमटते जा रहे हैं। खड़गे के अनुसार ये सिर्फ हालात की समीक्षा का समय नहीं है बल्कि आने वाले संघर्ष की दिशा तय करने जैसा है। उन्होंने शीतकालीन की बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने मनरेगा जैसी ऐतिहासिक योजना को कमजो करके करोड़ों गरीबों, मजदूरों की रोजी-रोटी पर सीधा हमला है।

सोनिया गांधी के विचारों की हुई बात

कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी की बात का हवाला देते हुए कहा है कि मनरेगा ने गांधी जी के सर्वोदय के सपने को जमीन पर लाने का काम किया है। उन्होंने ये भी कहा है कि इस योजना का अंत सामूहिक नैतिक विफलता को भी दर्शाता है। इसके सामाजिक और आर्थिक दुष्परिणाम लंबे वक्त तक नजर आएंगे।

खड़गे ने लगाया आरोप

मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि मौजूदा सरकार की नीतियां आम जनात के हित में नहीं हैं बल्कि कुछ चुनिंदा बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई जा रही हैं। उन्होंने महात्मा गांधी के उस विचार को भी दोहराया था जिसमें विशेषाधिकार और एकाधिकार का विरोध किया गया था।

मनरेगा को लेकर क्या बोले कांग्रेस अध्यक्ष?

मनरेगा बिल पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने श्रम मंत्री कार्यकाल को याद करते हुए कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की इस योजना की सराहना होती है। साल 2006 में आंध्र प्रदेश के एक गांव से सोनिया गांधी और डॉ. मनमोहन सिंह ने इस योजना को शुरू किया था। समय के साथ ही ये दुनिया की सबसे बड़ी रोजगार गारंटी योजना बनी है जिसने ग्रामीण भारत को भी संभाला है।

वोटर लिस्ट के मुद्दे को उठाया

खड़गे ने SIR प्रक्रिया को लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताते हुए कहा कि दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के नाम मतदाता सूची से हटाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने हर एक कार्यकर्ता से सूची की जांच करने का आह्वान किया है। साथ ही ईडी, सीबीआई और आईटी के भी कई दुरुपयोग वाले मुद्दे उठाए हैं।

Created On :   27 Dec 2025 2:34 PM IST

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