कैश फॉर क्वेरी मामला: महुआ मोइत्रा पर गिरी गाज, लोकसभा सदस्यता रद्द, मोइत्रा बोलीं- असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश

महुआ मोइत्रा पर गिरी गाज, लोकसभा सदस्यता रद्द, मोइत्रा बोलीं- असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
  • लोकसभा की सदस्यता रद्द
  • कैश फॉर क्वेरी मामले में 8 दिसंबर को लोकसभा में पेश हुआ था रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मामले में घिरीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद महुआ मोइत्रा पर गाज गिरी है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मोइत्रा को सदन की सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। आज ही लोकसभा में एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी। यह रिपोर्ट संसद के शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन शुक्रवार 8 दिसंबर को सबमिट की गई थी।

एथिक्स कमेटी की ओर से जब लोकसभा में रिपोर्ट पेश किया जा रहा था तो विपक्षी सांसदों ने जमकर बवाल कटा था। जिसको देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी। लेकिन दो बजे के बाद सदन की कार्यवाही फिर से चालू होने और करीब एक घंटे के बहस के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि, महुआ ने लोकसभा का नियम ताक पर रखकर काम किया है इसलिए इन्हें सदन से निष्कासित किया जाता है। साथ ही स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा की कार्यवाही सोमवार (11 दिसंबर) की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित की जा रही है।

सदस्यता जाने पर मोइत्रा ने क्या कहा?

सदस्यता जाने के बाद महुआ मोइत्रा ने कहा कि, ये कार्रवाई देश के अहम मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है। मैंने अडाणी को लेकर कई बार सवाल पूछे हैं जिसको लेकर बीजेपी चिढ़ी हुई है। कैश और गिफ्ट को लेकर किसी प्रकार के कोई सबूत नहीं है फिर भी सदस्यता रद्द कर दी गई।

उन्होंने कहा, "अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे, मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू कोर्ट ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है, वह दर्शाता है कि अडानी आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है, और आप एक महिला सांसद को समर्पण करने से रोकने के लिए उसे किस हद तक परेशान करेंगे।" महुआ ने आगे कहा, "एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है, यह बीजेपी की अंत की शुरुआत है।"

सदस्यता रद्द होने से पहले क्या-क्या हुआ, जानें

महुआ ने बीजेपी पर साधा निशाना

सदन में रिपोर्ट रिपोर्ट पेश करने से पहले महुआ मोइत्रा संसद पहुंची। इस दौरान टीएमसी सांसद ने महाभारत की तरह रण होने की चेतावनी देते हुए कहा कि मां दुर्गा आ गई हैं। मोइत्रा ने बंगला कविता का पाठ करते हुए कहा कि, जो डराता है उसके सामने सिर उठाकर लड़ाई लड़नी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने दिनकर का कविता पढ़ते हुए बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब व्यक्ति पर नाश छाता है तो पहले उसका विवेक मर जाता है। बीजेपी ने मेरा चीर हरण किया है अब वो महाभारत का रण देखेंगे।

हो सकती है सदस्यता खत्म करने की सिफारिश

सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट पेश होने के बाद समिति की सिफारिश के आधार पर महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता को खत्म करने का प्रस्ताव भी लाया जा सकता है। इस दौरान विपक्ष रिपोर्ट पर मत विभाजन मांग कर सकता है, इसलिए बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी कर आज सदन में रहने के लिए भी कहा है। इसके पहले 4 दिसंबर को ही संसद में ये रिपोर्ट पेश होने वाली थी लेकिन किसी वजह से नहीं हो पाई थी।

क्या हो सकती है कार्रवाई?

एथिक्स कमिटी ने नौ नवंबर को छह-चार के बहुमत से पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोप में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट को स्वीकार किया था। अगर इसे लागु किया गया तो महुआ की संसद सदस्यता खत्म की जा सकती है।

महुआ को बर्खास्त करने के पक्ष में विपक्ष की सांसद

महुआ के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विपक्ष के संसद सदस्य ने भी समर्थन किया था। विपक्षी दलों के चार सांसदों ने असहमति में वोट दिया, लेकिन कांग्रेस सांसद परणीत कौर ने मोइत्रा की सदस्यता रद्द करने के पक्ष में मतदान किया था। परणीत कांग्रेस से निलंबित हैं।

Created On :   8 Dec 2023 7:56 AM GMT

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