राष्ट्रपति शासन के बीच: मणिपुर में सरकार बनाने की कवायद तेज, राज्यपाल से मिलने पहुंचे एनडीए विधायक

- एनडीए विधायकों ने 44 विधायकों के हस्ताक्षर वाला कागज राज्यपाल को दिया
- बीजेपी के आठ, एनपीपी के एक और एक निर्दलीय विधायक शामिल
- 21 विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा था पत्र
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में एक बार फिर सरकार बनने की कवायद शुरु हो गई हो। बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए के कई विधायक सरकार बनाने के लिए राज्यपाल से मिलने पहुंचे है। राजभवन में विधायक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए 44 विधायकों के समर्थन की बात कही। इन खबरों से अंदाज लगाया जा रहा है कि जल्द ही मणिपुर में राष्ट्रपति शासन खत्म हो जाएगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, मणिपुर में सरकार गठन की कवायदों ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। बीजेपी नेतृत्व में एनडीए के 10 विधायक सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए इंफाल में राजभवन पहुंचे हैं। विधायकों में बीजेपी के आठ, एनपीपी के एक और एक निर्दलीय विधायक ने राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की।
सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचा। विधायक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को समर्थन का कागज सौंपा और मौजूदा राजनीतिक अनिश्चितता के बीच एक स्थिर शासन विकल्प प्रदान करने की अपनी तत्परता दोहराई।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल विधायक राधेश्याम का कहना है कि सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हम राज्यपाल से हमारे बहुमत पर विचार करने और त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं। राज्यपाल से दावे की समीक्षा करने और संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार निर्णय लेने की उम्मीद है।'
आपको बता दें इससे पहले 21 विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पूर्वोत्तर राज्य में शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए 'लोकप्रिय सरकार' बनाने का आग्रह किया गया था। पत्र पर भाजपा के 13, एनपीपी-नगा पीपुल्स फ्रंट के तीन-तीन और विधानसभा के दो स्वतंत्र सदस्यों के साइन थे।
Created On :   28 May 2025 1:42 PM IST