उत्तरप्रदेश: मायावती ने बसपा को बताया एकमात्र अम्बेडकरवादी पार्टी, बहुजनों की एकता व बीएसपी को कमजोर करने वाले संगठन और नेताओं से सावधान रहने को कहा

मायावती ने बसपा को बताया एकमात्र अम्बेडकरवादी पार्टी, बहुजनों की एकता व बीएसपी को कमजोर करने वाले संगठन और नेताओं से सावधान रहने को कहा
  • पार्टी हित में लोगों पर कार्रवाई करने व पश्चताप करने पर उन्हें वापस लेने की परम्परा
  • आकाश आनन्द की वापसी से बहुत से लोगों में बेचैनी स्वाभाविक
  • कांग्रेस, बीजेपी और सपा पर साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपनी पार्टी को एकमात्र अम्बेडकरवादी पार्टी बताते हुए कई विरोधी दलों पर निशाना साधा है। इसके साथ ही मायावती ने बीएसपी संगठन को कार्रवाई और पश्चताप परंपरा वाली पार्टी बताया है। इस संबंध में बीएसपी चीफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा है

देश में बीएसपी बहुजन हित की एकमात्र अम्बेडकरवादी पार्टी है तथा पार्टी हित में लोगों पर कार्रवाई करने व पश्चताप करने पर उन्हें वापस लेने की परम्परा है। इसी क्रम में आकाश आनन्द के उतार-चढ़ाव व उन्हें मुख्य नेशनल कोआर्डिनेटर बनाने से बहुत से लोगों में बेचैनी स्वाभाविक।

मायावती ने अपनी दूसरी पोस्ट में कहा है कि पार्टी को उम्मीद है कि अब आकाश आनन्द बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर कांशीराम जी के आत्म-सम्मान के कारवाँ को आगे बढ़ाने व उनके सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी पूरी तनम्यता व जी-जान से निभाएंगे अर्थात पार्टी को अवसरवादी व स्वार्थी लोगों की कतई जरूरत नहीं।

वैसे भी कांग्रेस, भाजपा व सपा आदि पार्टियों के सहारे व इशारे पर चलकर बहुजनों की एकता व बीएसपी को कमजोर करने वाले बरसाती मेंढकों की तरह के संगठन व दलों के नेता चाहे निजी स्वार्थ में विधायक, सांसद व मंत्री क्यों ना बन जाएं इनसे समाज का कुछ भला होने वाला नहीं। लोग सावधान रहें।

Created On :   2 Jun 2025 1:59 PM IST

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