छत्तीसगढ़: पूर्व सीएम भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कल होगी सुनवाई

- छापेमारी में जब्त किए गए थे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और डॉक्यूमेंट
- अवैध शराब बिक्री से बड़ा कमीशन कमाने का आरोप
- कथित शराब घोटाले की जांच सीबीआई और ईडी कर रही हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल ने सीबीआई जांच को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। कल सोमवार को टॉप कोर्ट में इसकी सुनवाई होनी है। पूर्व सीएम व उनके बेटे ने शीर्ष कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने सीबीआई की जांच करने की शक्तियों और अधिकार क्षेत्र को चुनौती दी है। इस केस की जांच सीबीआई और ईडी दोनों एजेंसियां कर रही हैं। ईडी जांच के मुताबिक इस घोटाले में 2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ सरकार के खजाने से भारी गड़बड़ी की गई। यह केस 2161 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले से जुड़ा है।
इस घोटाले के तार 2017 में बनी एक सरकारी कंपनी CSMCL (Chhattisgarh State Marketing Corporation Limited) से जुड़े हो सकते है। इस कंपनी को शराब की खरीद और बिक्री के लिए बनाया गया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद आरोप है कि यह कंपनी एक सिंडिकेट का टूल बन गई। अब इस पूरे मामले में कानूनी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है, जहां बघेल परिवार सीबीआई की जांच पर सवाल खड़े कर रहा है।
आपको बता दें पूर्व सीएम भूपेश बघेल और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आवास पर सीबीआई ने भारी पुलिस बल के साथ छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि इन सभी के तार महादेव सट्टा एप से भी जुड़े हो सकते हैं। रेड के दौरान चैतन्य बघेल के ठिकानों से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और डॉक्यूमेंट बरामद किए। ईडी ने चैतन्य बघेल के ठिकानों की तलाशी के दौरान जो साक्ष्य और बयान इकट्ठा किए, उनके आधार पर उसे इस घोटाले का मुख्य मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
Created On :   3 Aug 2025 12:18 PM IST