Uttar Pradesh Politics: आगामी चुनाव में एनडीए को यूपी में लग सकता है बड़ा झटका? इन छोटे दलों को बदले सुर

आगामी चुनाव में एनडीए को यूपी में लग सकता है बड़ा झटका? इन छोटे दलों को बदले सुर
  • यूपी आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बढ़ सकती है मुश्किलें
  • अपना दल सोनेलाल ने बीजेपी को खुलकर दिखाए तेवर
  • एनडीए से निषाद पार्टी हो सकती है अलग

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एनडीए गठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। योगी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी चीफ संजय निषाद ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपना दरवाजा बंद कर दिया था तो मैं भाजपा का दामन थाम लिया था। अगर अब बीजेपी बंद कर लेती है तो आगे क्या करना है, मैं देखूंगा। ये बयान उन्होंने आजतक के साथ बातचीत के दौरान दिया है।

पार्टी अपने छुटभैये नेताओं को संभाले

निषाद पार्टी चीफ ने कहा कि बीजेपी से किसी प्रकार की समस्या नहीं है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह हों या सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यह दोनों हमारे एजेंडे को लेकर संजीदा हैं, लेकिन भाजपा के कुछ नेता और खासकर वे नेता जो सपा-बसपा से आकर बीजेपी में शामिल हुए जो निषाद नेता है। वे हमारे बारे में अनर्नगल बातें कर रहे हैं। इसकी वजह से काफी नुकसान हो रहा है।

संजय निषाद ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि हम बीजेपी के साथ आज भी और कल भी चट्टान की तरह खड़े रहेंगे, लेकिन भाजपा के कुछ अपने छुटभैये नेताओं को संभालना होगा। उन्होंने आगे कहा कि साल 1947 में जब अनुसूचित बिरादरी की लिस्ट बनाई गई थी तो उसमें हमारे समाज का स्थान था, लेकिन राज्य सरकारों ने इस सूची से बाहर निकाल दिया। अब उसी सूची को वापस लाने की कोशिश में लगा हूं, मैं उम्मीद करता हूं कि यह काम बहुत जल्द हो जाएगा।

बीजेपी को हो सकता है भारी नुकसान

गौरतलब है कि यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी के छह विधायक चुन कर आए गए थे। ये चुनाव संजय निषाद ने बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था। इस गठबंधन की वजह से भाजपा को 70 सीटों पर फायदा हुआ था क्योंकि निषाद समुदाय का खास प्रभाव पड़ा था।

वहीं, भारतीय जनता पार्टी को अपना दल सोनेलाल भी खुलकर तेवर दिखा चुकी है। इस पार्टी की मुख्य धारा कुर्मी समाज माना जाता है, इसका प्रभाव राज्य की 30 से 35 सीटों पर हैं। अगर कुर्मी समाज भी एनडीए से दूरी बना लेता है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

Created On :   28 Aug 2025 7:27 PM IST

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