देश में उपराष्ट्रपति पद का चुनाव आज: सीपी राधाकृष्णन या बी सुदर्शन…किसके सिर सजेगा ताज? जानें NDA और इंडिया गठबंधन के बीच कितने वोटों का रहेगा अंतर

सीपी राधाकृष्णन या बी सुदर्शन…किसके सिर सजेगा ताज? जानें NDA और इंडिया गठबंधन के बीच कितने वोटों का रहेगा अंतर
  • देश में उपराष्ट्रपति पद का चुनाव आज
  • सीपी राधाकृष्णन या बी सुदर्शन के बीच मुकाबला
  • एनडीए या इंडिया गठबंधन में से किसकी होगी जीत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में आज यानी मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होने वाली है। उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक चलेगी। शाम 6 बजे वोटों की गिनती होगी। इसके बाद मंगलवार शाम तक नतीजा घोषित किया जाएगा। एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन उम्मीदवार हैं। जबकि, इंडिया गठबंधन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी मैदान में हैं। बता दें, उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोटिंग करते हैं। इस दौरान राज्यसभा के मनोनीत सांसद भी वोट डालते हैं। इस संबंध में व्हिप जारी नहीं होता और गुप्त मतदान होता है।

आज होगा उपराष्ट्रपति पद का चुनाव

उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान सांसद अपने इच्छानुसार किसी के पक्ष में वोट डाल सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो पार्टी लाइन के हिसाब से ही वोट डाले जाते हैं। हालांकि, गौर करने वाली बात यह है कि बीते चुनावों में क्रॉस वोटिंग देखने को मिली है। लिहाजा इस बार भी क्रॉस वोटिंग होने की उम्मीद जताई जा रही है। वर्तमान में राज्यसभा में कुल 239 और लोकसभा में 542 सांसद है। इसका मतलब उपराष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए 391 आंकड़ा होना चाहिए। एनडीए के पास कुल 425 सांसद हैं। ऐसे में उसे अन्य दलों से वोट मिलने की उम्मीद है।

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए YSRCP ने एनडीए के पक्ष में वोट डालने की घोषणा की है। उसके राज्य सभा में सात और लोक सभा में चार सांसद हैं। इस हिसाब से एनडीए के पक्ष में 436 सांसद हैं। वहीं, दूसरी ओर बीजेपी को आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के वोट की भी उम्मीद हैं। इसके अलावा बीआरएस और बीजेडी ने अभी अपना रुख तय नहीं किया है। माना जा रहा कि बीआरएस मतदान से गैरहाजिर रह सकती है। जबकि बीजेडी एनडीए का समर्थन कर सकती है। बीजेडी चीफ नवीन पटनायक दिल्ली में हैं। ऐसे में उनसे वोटिंग में समर्थन देने को लेकर चर्चा हो सकती है।

100 से 125 के करीब रह सकता है वोटों का अंतर

बता दें, बीआरएस के राज्य सभा में 4 और बीजेडी के 7 सांसद हैं। फिलहाल बीआरएस खुल कर एनडीए के साथ नहीं आ सकता क्योंकि अगले कुछ महीनों में जुबली हिल्स विधानसभा का उपचुनाव है। दरअसल, वहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या ज्यादा है। लोकसभा के 7 निर्दलियों में तीन कहां वोट डालेंगे, यह अभी पक्का नहीं है। इस तरह अकाली दल, जेडपीएम और वीओटीटीपी के 1-1 सांसदों को लेकर तस्वीर साफ नहीं है। वहीं, विपक्ष के पास 324 वोट हैं। इस हिसाब से देखें तो जीत का अंतर 100-125 के बीच हो सकता है।

साल 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों से मात दी थी। हालांकि, इस बार के चुनाव में जीत का अंतर इतना बड़ा नहीं रहेगा। दरअसल वर्तमान में विपक्ष पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत हैं। एनडीए सूत्रों के मुताबिक, राज्य सभा में 150 वोट विपक्ष के उम्मीदवार के खिलाफ रहेंगे और उन्हें 90 से कम वोट मिलेंगे। ठीक ऐसे ही लोकसभा में भी कुछ ऐसे सांसदों पर एनडीए की नजरें हैं जो पार्टी लाइन से हट कर उनके साथ आ सकें। एक भी वोट बेकार ना जाए इसके लिए NDA और INDIA ब्लॉक दोनों ही अपने सांसदों को ट्रेनिंग दी है।

Created On :   9 Sept 2025 1:29 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story