इजरायली खजूर का किया बहिष्कार, छेड़ी मुहिम
मोफीद खान, मुंबई । मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान शुरू हो गया है। पाक माह के दौरान रोजेदार अपना रोजा खजूर से खोलते हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में मुंबई के मुसलमानों ने इजराइल के खिलाफ एक नई मुहिम छेड़ दी है। कुछ संगठन समाज के लोगों से रमज़ान के दौरान इज़राइली खजूरों के बहिष्कार की अपील कर रहे हैं। यह मुहिम सोशल मीडिया के जरिए चलाई जा रही है। इसमें कहा गया है कि मुंबई सहित देश भर के मुसलमानों को फलों के लेबल की जांच करनी चाहिए और इजराइली खजूर खरीदने से बचना चाहिए। बता दें कि फिलिस्तीन में मुसलमानों पर अत्याचार को लेकर मुस्लिम समुदाय समय- समय पर इजरायल के खिलाफ मुहिम चलाता रहा है। इसी कड़ी में रमजान पर इजरायली खजूर का बायकॉट करने का निर्णय मुंबई के मुसलमानों ने लिया है। इस संदेश को देश भर के मुसलमानों तक पहुंचाने के लिए व्हाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है।
देना चाहते हैं संदेश
अमन वेल्फेयर ट्रस्ट के एडवोकेट मेराज शेख ने कहा कि खजूर का बायकॉट कर हम इजरायल को सख्त संदेश देना चाहते हैं। फिलिस्तीनियों पर अत्याचार बदं होना चाहिए।
खास किस्म का खजूर
गौसिया कमेटी के मोहम्मद हुसैन खान ने कहा कि इजरायल में खास किस्म का खजूर होता है। वहां के खजूर का बायकॉट कर मुसलमान इजराइल के खिलाफ अपना आक्रोश प्रकट करेगा। बाजारों में इजरायल के कई प्रोडक्ट्स हैं। इनके खरीदार मुसलमान भी हैं। इनकी बिक्री से होनेवाली आय का इस्तेमाल इजरायली मुसलमानों पर अत्याचार के लिए भी करते है।
क्या कहते है डीलर
खजूर के एक डीलर ने बताया कि मुस्लिम कारोबारी पहले से ही इजराइली खजूर नहीं खरीदते हैं। अन्य समाज के कारोबारी इसे आयात करते हैं। महंगा होने से इसकी बिक्री कम ही होती है। इजरायली खजूर 900 से 1300 रुपए मिलता है। वहीं, अन्य देशों से आया खजूर 100 से 400 रुपए किलो के बीच बिकता है।
Created On :   25 March 2023 7:14 PM IST