पिछले साल करोड़ों रुपए खर्च कर हुई थी क्वाटर्स की मरम्मत, फिर हो रहे लाखों खर्च

Crores rupees were spent last year in repairing MLA quarters
पिछले साल करोड़ों रुपए खर्च कर हुई थी क्वाटर्स की मरम्मत, फिर हो रहे लाखों खर्च
पिछले साल करोड़ों रुपए खर्च कर हुई थी क्वाटर्स की मरम्मत, फिर हो रहे लाखों खर्च

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले कई सालों से विधानमंडल का शीतकालीन सत्र उपराजधानी में आयोजित होता रहा है, लेकिन मुंबई विधायक निवास की इमारत के जीर्णोद्धार के कारण इस साल मानसून सत्र नागपुर में हुआ। सत्र के दौरान 6 जुलाई को हुई भारी बारिश से विधानभवन समेत अन्य इमारतों की व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई थी लेकिन लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की नींद नवंबर माह में खुली और अब नए सिरे से बरसात से निपटने के इंतजामों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि इसमें भी कोई ठोस कदम उठाने के बजाय रविभवन के 9 पीए क्वार्टर्स की छतों की मरम्मत का काम किया जा रहा है। इस पर पीडब्ल्यूडी का कहना है कि क्वार्टर्स की खपरैल पूरी तरह से खराब होने लगी थी, इस लिहाज से अंग्रेजी खपरैल की जगह लोहे की शीट डालने का काम किया जा रहा है। दिसंबर 2017 में शीतकालीन सत्र के पहले इन क्वार्टर्स समेत अन्य इमारतों की मरम्मत पर 5 करोड़ रुपए खर्च किये गए थे।  लेकिन साल भर में ही 15 लाख रुपए खर्च कर  यहां फिर से मरम्मत की जा रही है।

उल्लेखनीय है  कि पिछले साल नवंबर माह में ही शीतकालीन सत्र के पहले इन क्वार्टर्स समेत पूरे इलाके की इमारतों की मरम्मत की गई थी। इस पर करीब 5 करोड़ रुपए खर्च किये गए थे। बावजूद इसके साल भर के भीतर ही दोबारा से दुरुस्ती के नाम पर छतों को बदलने का काम आरंभ कर दिया गया है। इतना ही नहीं छतों के पुराने खपरैल की नीलामी पर सवाल बना हुआ है।

9 क्वार्टर्स की होगी मरम्मत
करीब 1 माह पहले लोक निर्माण विभाग ने रविभवन परिसर के क्वार्टर्स की छतों की मरम्मत के लिए टेंडर निकाला था। इस टेंडर में 7 पीए क्वार्टर्स की खपरैल को बदलने का निर्णय लिया गया। बुरी तरह से जर्जर खपरैल के चलते बरसाती पानी भीतर आ जाता था और यहां  ठहरने वालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। छतों की खपरैल को हटाकर लोहे की शीट डालने के काम के लिए 15 लाख रुपए की निधि का प्रावधान किया गया। टेंडर प्रक्रिया में करीब 8 एजेंसियों ने हिस्सा लिया था, लेकिन टेंडर रकम से 30 फीसदी कम रकम में काम को पूरा करने का जिम्मा एस आई कंस्ट्रक्शन कंपनी ने उठाया है। 30 फीसदी रकम कम होने के चलते पीडब्ल्यूडी ने 2 अन्य क्वार्टर्स की छतों की मरम्मत करने को कहा है। इस तरह ठेका एजेंसी को एक माह के भीतर पूरे 9 पीए क्वार्टर्स की छतों को बदलना होगा।

Created On :   7 Dec 2018 4:03 PM IST

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