शाश्वत विकास में तकनीक की अहम भूमिका : रिचर्ड्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पूर्व में जिन चीजों काे काल्पनिक माना जाता था, आज तकनीक की मदद से वे चीजें वास्तविक हो गई हैं। तकनीक का भविष्य बहुत तेजी से बदल रहा है, लेकिन इसी तकनीकी विकास के कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं। जिसमें लत लगना और साइबर अटैक भी शामिल है। वरिष्ठ नागरिक इसमें सबसे ज्यादा पीड़ित हो रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल फेक न्यूज फैलाने के लिए हो रहा है। इंटेल कॉर्पोरेशन की निदेशक एलिसन रिचर्ड्स ने मंगलवार को रेडिसल ब्लू में आयोजित सी-20 परिषद के चौथे सत्र में बतौर अपने विचार रखे। उन्होंने तकनीक के सही और सकारात्मक इस्तेमाल पर प्रकाश डाला। यह चर्चा सत्र "नागरिक संगठन नवाचार और तकनीकी विकास के घटक' विषय पर आयोजित किया गया था। सी-20 के शेरपा विजय नांबियार ने इस सत्र की अध्यक्षता की।
कार्यक्रम में दस्तकारी हाथ समिति संस्थापक जया जेटली, आईसीपीसी निदेशक विरोनिका सोबोलेवा, सी-20 अंतराष्ट्रीय सलाहकार समिति सदस्य बिननी बुचोरी और एकेबेकी संस्थापक विष्पाला हुंडेकरी, अमृत विश्व विश्वविद्यालय अधिष्ठाता डॉ.कृष्णश्री अच्छुतन, अमृत क्रिएट संस्थापक निदेशक डॉ. प्रेमा नडुंगडी, द्वारा रिसर्च की दीप्ति जाॅर्ज बतौर वक्ता उपस्थित थे। अपने संबोधन में जॉर्ज ने कहा कि वित्तीय तंत्र ने सरकारों और उद्योगों की काफी मदद की है, लेकिन वित्तीय क्षेत्र में लगातार नई चुनौतियां भी जन्म ले रही है। वैश्विक वित्तीय नीतियों में विकासशील देशों को संघर्ष करना पड़ता है। जी-20 परिषद ऐसी ही विषयमताओं को चिन्हित करके उन्हें दूर करने का प्रयास करती है।
Created On :   22 March 2023 11:47 AM IST












